धनबाद: धनबाद मंडल में प्रतिदिन 250 से ज्यादा मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें खुलती और गुजरती है. कई स्टेशन व रेल मार्ग नक्सल प्रभावित हैं. आये दिन आपराधिक वारदात मसलन लूट-डकैती होते रहती है. इसके बावजूद यात्रियों की सुरक्षा की व्यवस्था लचर है.
कुल मिला कर 48 ट्रेनों में ही स्कॉर्ट की व्यवस्था है. छह में आरपीएफ और 42 ट्रेनों में जीआरपी स्कॉर्ट करती है. हावड़ा राजधानी, सियालदाह राजधानी, रांची राजधानी, स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस, चोपन गोमो पैसेंजर व धनबाद गंगा दामोदर एक्सप्रेस (अप-डाउन). एक ट्रेन में लगभग 12 से 18 जवान तैनात रहते हैं.
जबकि जीआरपी कुल 42 ट्रेनों में चलती है. जीआरपी धनबाद से कोडरमा, धनबाद से गढ़वा, धनबाद से चंद्रपुरा व धनबाद से पाथरडीह के मार्ग में स्कॉर्ट करती है. पूरे मंडल में आरपीएफ के 10 पोस्ट हैं, जबकि जीआरपी के 15 थाना व 7 सहायक थाना हैं. जीआरपी सीआइसी सेक्शन में चलने वाली एक ट्रेन में एक पुलिस पदाधिकारी, दो हवलदार व आठ सिपाही को ड्यूटी पर लगाती है.