धनबाद: धनबाद को यक्ष्मा मुक्त करने के लिए सिविल सर्जन कार्यालय में बुधवार को डेली रेजिमेन ट्रीटमेंट कार्यक्रम की शुरुआत हुई. सिविल सर्जन डॉ आशा एक्का ने डोली बाउरी, जय किशन, दिलीप कुमार अग्रवाल, मो. रशीद, रीता देवी व छोटकू खान को नयी दवा खिला अभियान की शुरुआत की. अपने संबोधन में डॉ एक्का ने कहा कि झारखंड में टीबी की बीमारी एक बड़ी समस्या है.
लगातार मिल रहे मरीज और इससे होने वाली मौतें चिंताजनक हैं. कहा कि 2025 तक झारखंड के साथ-साथ पूरे देश को टीबी मुक्त बनाना है. सरकार के इस नये कार्यक्रम के तहत यक्ष्मा रोगियों का इलाज किया जायेगा.
वजन के अनुसार मिलेगी दवा : जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ जेसी दास ने कहा कि टीबी के मरीजों को नयी पद्धति से दवा खिलायी जायेगी. यह मरीजों के लिए काफी उपयोगी है, जो जिले के सभी अस्पतालों में नि:शुल्क मिलेगी. इसे खिलाने का तरीका पुराना है. अब यक्ष्मा रोगियों को एक माह 28 दिन दवा नहीं खानी होगी. जिस रोगी का जितना वजन होगा, उसे उसी प्रकार की दवा दी जायेगी.
मौके पर जिले के सभी चिकित्सा पदाधिकारी, यक्ष्मा के एसटीएस, एसटीएलएस, टीबीएचवी, डॉट्स पल्स सुपरवाइजर के अलावे जिला कार्यक्रम समन्वयक मो. जावेद अंसारी उपस्थित थे.