Advertisement
नहीं गये देखने फिल्म टॉयलेट-एक प्रेमकथा पूछा-बिना टेंडर कैसे खरीदी गयी इनोवा क्रेटा
धनबाद: पार्षदों को ‘टायलेट-एक प्रेमकथा’ दिखाने के लिए नगर निगम ने सोमवार को आइनोक्स में सीट रिजर्व कराये थे. मैसेज और कॉल कर सबको आमंत्रित भी किया गया था. लेकिन केवल दो पार्षद ही फिल्म देखने पहुंचे. जबकि पार्षदों के एक बड़े तबके ने गांधी सेवा सदन में आपात बैठक कर निगम के खिलाफ मोर्चा […]
धनबाद: पार्षदों को ‘टायलेट-एक प्रेमकथा’ दिखाने के लिए नगर निगम ने सोमवार को आइनोक्स में सीट रिजर्व कराये थे. मैसेज और कॉल कर सबको आमंत्रित भी किया गया था. लेकिन केवल दो पार्षद ही फिल्म देखने पहुंचे. जबकि पार्षदों के एक बड़े तबके ने गांधी सेवा सदन में आपात बैठक कर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. सवाल उठाया कि बिना टेंडर इनोवा कार (एसयूवी) की खरीदारी कैसे की गयी? नगर अायुक्त इसका जवाब दें. इसके अलावा और कई मुद्दे भी उठाये गये.
बिना टेंडर गाड़ी खरीद की बोर्ड की आगामी बैठक में विरोध करने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा कई मुद्दों पर चर्चा की गयी. बैठक की अध्यक्षता पार्षद सावित्री देवी व संचालन जय कुमार ने किया. बैठक में देवाशीष पासवान, कुमार अंकेश राज, शैलेंद्र सिंह, असहरी खातून, किरण देवी, शोभा देवी, अंदिला देवी, प्रियंका देवी, महजवीन परवीन, बेबी देवी, गौरी देवी, मौसमी कुमारी, निसार अालम, महावीर पासवान सहित लगभग 30 पार्षद उपस्थित थे.
मामला इनोवा क्रेटा कार का : मेयर व नगर आयुक्त के लिए 35 लाख की दो इनोवा क्रेटा खरीदी गयी है. 11 अगस्त को बोर्ड की बैठक स्थगित होने के बाद आनन-फानन में स्टैंडिंग कमेटी की बैठक बुलायी गयी. ऑन लाइन होल्डिंग टैक्स के लिए सर्वर, जलापूर्ति हेतु मोटर मरम्मत के लिए 1.35 करोड़ की राशि निर्गत करने सहित छह प्रस्ताव पारित किये गये. अन्यान्य में मेयर व नगर आयुक्त के लिए इनोवा क्रेटा गाड़ी खरीदने का प्रस्ताव लाया गया. सर्व सम्मति से स्टैंडिंग कमेटी ने पास कर दिया. स्टैंडिंग कमेटी की बैठक के ठीक दो दिन बाद इनोवा क्रेटा गाड़ी निगम पहुंच गयी. फिर क्या था पार्षदों का विरोध शुरू हो गया. पार्षदों का कहना है कि स्टैंडिंग कमेटी के बाद प्रस्ताव बोर्ड में आना चाहिए था. लेकिन बोर्ड में प्रस्ताव लाये बगैर कैसे गाड़ी की खरीद की गयी. निगम की अगली बैठक 29 अगस्त को होनी है. बैठक में इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा होने की संभावना है.
ये मसले भी उठे
महिला पार्षद को बोर्ड की बैठक में बोलने नहीं दिया जाता, उन्हें उनका अधिकार मिले
डीएमएफटी फंड का लाभ निगम को क्यों नहीं मिल रहा?
16-20 % कमीशन का खेल, बचने के लिए पार्षदों को कहा जाता है बिचौलिया
कमीशन के लिए रोका जाता है ठेकेदार का बिल
पीएमआरवाइ योजना में मांगी जा रही है पारिवारिक सूची व दाखिल-खारिज की रशीद. जबकि बहुत जमीन दान पत्र द्वारा दी गयी है. ऐसे में कहां ले लाये सूची व रशीद
समय पर काम नहीं करनेवाले ठेकेदारों को ब्लैक सूची में डालें
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement