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सारठ: विराट हिंदू समागम में आरएसएस प्रमुख डॉ भागवत ने कहा, सबको जोड़ने वाली शक्ति है हिंदुत्व
देवघर: सारठ के कुमराबांदी मैदान में विराट हिंदू समागम में आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं के पास सत्य है और शक्ति हमेशा शील के साथ होती है. इसलिए सबको साथ जोड़ने वाली शक्ति हिंदुत्व ही है. हम सनातन धर्म के लोग सभी देश और विश्व का कल्याण चाहने […]
देवघर: सारठ के कुमराबांदी मैदान में विराट हिंदू समागम में आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं के पास सत्य है और शक्ति हमेशा शील के साथ होती है. इसलिए सबको साथ जोड़ने वाली शक्ति हिंदुत्व ही है. हम सनातन धर्म के लोग सभी देश और विश्व का कल्याण चाहने वाले लोग हैं. इसलिए ऐसी शक्ति खड़ी करनी होगी कि कोई भी बड़ी शक्ति हमसे टकराये नहीं. डॉ भागवत ने कहा कि हिंदू धर्म सभी का समान रूप से आदर करता है. हां किसी से डरना भी नहीं चाहिए. इसलिए हिंदुओं की ये आदत होनी चाहिए ‘न भय खाओ, न भय दिखाओ’.
जहां राम का जन्म हुआ, मंदिर वहीं बनायेंगे : डॉ भागवत ने कहा : राम मंदिर हम वहीं चाहते है जहां भगवान राम का जन्म हुआ था. हम अरब या वाशिंगटन या दूसरी जगह पर तो भगवान राम का मंदिर नहीं बनाना चाहते. तो इसके लिए हम लोगों को लड़ना क्यों पड़ रहा है. राम मंदिर के निर्माण के खिलाफ कोई मतपंथ नहीं खड़ा है. इस्लाम या ईसाइयत की मनाही नहीं है, बल्कि उनके नाम पर चलने वाली राजनीति, कट्टरपंथ, गुंडागर्दी करने वाले लोग ही इसका विरोध कर रहे हैं.
विश्व गुरु हिंदुओं का हिंदुस्तान होगा : उन्होंने कहा : देश दुनिया के कल्याण के लिए अपने अहंकार, स्वार्थ को छोड़ना होगा. मंगलकारी दुनिया का संकल्प लेकर हमें मजबूती के साथ खड़े होना होगा. तभी कोई भी शक्ति हमसे टकराने की हिम्मत नहीं जुटा पायेगी. ये कोई राम मंदिर बनाने की बात नहीं या गो-हत्या रोकने की बात नहीं है बल्कि मानवता के मूल्यकारी दुनिया को दिखाने वाले सनातन धर्म को लेकर सारी दुनिया अपने पूजा पाठ, इबादत को भजायेगी. सभी एक दूसरे को स्वीकार करेंगे. सब लोग कहेंगे कि सुखी और सुंदर दुनिया का जो निर्माता है वहीं विश्व गुरु होगा और वह गुरु हिंदुओं का हिंदुस्तान होगा.
धीरे-धीरे कट्टरपंथ को उखाड़ फेंका जायेगा : डॉ भागवत ने कहा कि राष्ट्रीय मुसलिम मंच बहुत काम कर रहा है, लेकिन उनके प्रयास तभी सफल होंगे जब दुनिया देखेगी कि ऐसे प्रयासों के पीछे मंच के साथ हिंदुत्व की शक्ति खड़ी है. तब धीरे-धीरे विश्व से कट्टरपंथ को उखाड़ कर दूर फेंक दिया जायेगा. उन्होंने कहा : हम दुनिया में ऐसी क्रांति चाहते हैं. हम किसी को मिटाना नहीं चाहते, सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं. ‘सबको स्वीकारो, सबको बढ़ओ’ यही हिंदुत्व है यही सनातन धर्म है.
कलियुग में धर्म एक पैर पर खड़ा है : आरएसएस प्रमुख ने कहा : तब के युग में धर्म चार पैर पर खड़ा था : सत्य, करुणा, शील व तपस्या. सतयुग में तपस्या खत्म, त्रेता में शील खत्म हुआ और द्वापर में करुणा. यानी तीन पैर टूट गये. इसलिए कलियुग में धर्म एक पैर पर खड़ा है और वह है सत्य. डॉ भागवत ने कहा : भारत हिंदुओं का देश है इसलिए यहां अलग-अलग पथ के लोग बेखौफ आ सकते हैं. तब इन दो आध्यात्मिक बातों पर दुनिया चलती थी : ‘जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी’ और ‘पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय, ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय’.
राजनीतिक स्वार्थ के लिए मतांतरण
डॉ भागवत ने कहा : हिंदुओं में कोई मतांतरण नहीं है, बल्कि मतांतरण तो हमारे यहां तब आया जब बाहर से आने वाले लोगों ने अपनी-अपनी उपासना पद्धति का उपयोग अपनी राजनीतिक स्वार्थ के लिए करने लगे. नहीं तो कोई व्यक्ति भला अपनी पूजा बदलता है? उन्होंने कहा कि मतांतरण आध्यात्मिक रास्ता नहीं बदलता है. मतांतरण राजनीतिक समूहों का दल बढ़ाने की चाल है. उन्होंने कहा कि हिंदू तो कहीं भी जाकर मत्था टेकता है. हिंदू किसी धर्म की तौहीन नहीं करते. हिंदू की उदारता को, उसके भोलेपन को उनकी दुर्बलता समझकर लाभ लेने के लिए ईसा मसीह के नाम पर मिशनरी आती है, ये आपकी पूजा नहीं आपकी मान्यता को बदल देती है. डॉ भागवत ने इसाई मशीनरियों पर निशाना साधते हुए कहा कि आप यहां इसाईयत नहीं चर्चियत लाते हो. इस अवसर पर उन्होंने रामायण और महाभारत के कई प्रसंगों को सुनाकर हिंदुत्व को समझाने और हिंदुओं को जगाने का प्रयास किया.
समागम की अध्यक्षता जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने की. इस अवसर पर साध्वी प्राची, समागम के संयोजक उज्ज्वल शांडिल्य जी महाराज, राष्ट्रीय मुसलिम मंच के संयोजक डॉ आफजल और मुस्तफा खान ने संबोधित किया. इस अवसर पर आगत सभी अतिथियों का मंत्री रणधीर सिंह ने स्वागत किया. कार्यक्रम का आयोजन धर्म संस्कृति रक्षा समिति झारखंड की ओर से किया गया था. कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्रम मंत्री राज पलिवार, मंत्री डा लुइस मरांडी, आरएसएस के प्रांत प्रचारक रविजी, क्षेत्रीय प्रचारक रामदत्त, अपर्णासेन गुप्ता सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.
साध्वी प्राची ने हिंदुस्तान की रक्षा के लिए एक होकर काम करने का किया आह्वान, कहा सेक्यूलर नेताओं को ‘हिंदू’ शब्द से बड़ा दर्द होता है
सारठ में आयोजित विराट हिंदू समागम में साध्वी प्राची ने कहा कि अनुशासन और देशभक्ति आरएसएस को छोड़ अन्य कहीं नहीं पायेंगे. लेकिन देश के सेक्यूलर नेताओं को ‘हिंदू’ शब्द से ही बड़ा दर्द होता है. ऐसे लोगों को मिलकर मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि चुप रहेंगे, अपना कर्तव्य नहीं निभायेंगे तो डूब जायेंगे. साध्वी ने इसाई मशीनरी और इस्लाम धर्म के कट्टरपंथी विचारधारा पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि क्रिश्चयन में डायवोर्स है मुसलिम में तलाक लेकिन हिंदू धर्म ही ऐसा है जहां शादी के सात फेरों में सात जन्मों के बंधन में बंध जाते हैं. उन्होंने मीडिया को भी निशाने पर रखा, साध्वी ने कहा कि जब वे सच बोलती हैं तो मीडिया उन्हें विवादित बना देती है. लेकिन उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं है. साध्वी प्राची ने कहा : राम जन्म भूमि पर मंदिर बनाने से संसार की कोई ताकत नहीं रोक पायेगी. विरोधियों व कट्टरपंथियों पर निशाना साधते हुए प्राची ने कहा : राम हुए भी थे या नहीं, प्रमाण मांगते हो, मेरे राम का प्रमाण मांगते हो, अरे हम हिंदुओं की शुरुआत राम से और अंत भी राम नाम सत्य से ही होता है. जरा आप लोग बताओ कि आपका ओरिजिन कहां है. उन्होंने समस्त हिंदुओं का आह्वान करते हुए कहा कि हिंदुस्तान की रक्षा के लिए एक होकर काम करें. तभी पूरे विश्व में गुरु के पद पर भारत प्रतिष्ठित होगा.
धर्मांतरण पर लगे अंकुश : उज्ज्वल शांडिल्य जी महाराज : इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक उज्ज्वल शांडिल्य जी महाराज ने कहा कि झारखंड में आदिवासी बहुत हैं. धर्मांतरण की गतिविधियां चलती रहती है. विदेशी फंड लाकर इसाई मशीनरी काम कर रही है. इसलिए इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है. उन्होंने कहा : प्रत्येक व्यक्ति को राष्ट्रवादी होना चाहिए. पहले राष्ट्र तब कुछ और. जो व्यक्ति अपनी मां का सम्मान नहीं करेंगे तो औरों का क्या करेंगे. धर्मांतरण रोकने की ठोस पहल हो, समस्त हिंदू का समर्थन मिलेगा.
हिंदुत्व को हमने भी कायम रखा है : मो अफजल
राष्ट्रीय मसलिम मंच के राष्ट्रीय संयोजक मो अफजल ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे इस विराट हिंदू समागम के गवाह बने हैं. उन्होंने कहा कि हिदुत्व के सूत्र से पूरा देश एक सूत्र में बंधेगा. क्योंकि हमारे पूर्वज भी हिंदू थे. हम अरबी मुसलमान नहीं, सनातन मुसलमान हैं. तभी तो आज भी हिंदुत्व को हमने अपनी संस्कृति में कायम रखा है. पूजा पद्धति हमने अरब से लिया लेकिन इतिहास हमारा हिंदुत्व पर आधारित है. भारत में जन्मदिन मनाने की परंपरा है, लेकिन अरब नहीं है. हमारे पूर्वज राम हैं, हिंदू थे तो राम का जन्मदिन हिंदू मनाते हैं तो हम भी हजरत पैगंबर का जन्मदिन मनाते हैं. तीन ईद हम मनाते हैं. हिंदू पद्धति से जुलूस निकालते हैं. शादी के लिए वलिमा की पद्धति अरब से लिया है. लेकिन मंगनी, हल्दी की रस्म हिंदू पद्धति से करते हैं. आज भी मुसलिम बेटियां लाल जोड़े में सजती हैं. सिंदूर लगाती हैं, बिंदी का उपयोग करती हैं. इस तरह हम हिंदू पद्धति को जिंदा रखे हुए हैं. इसलिए राम मंदिर पूरे सम्मान के साथ बनेगा. राष्ट्रवादी मुसलमान हिंदुओं के साथ है.
आतंकवाद का इस्लाम से कोई संबंध नहीं : मुस्तफा खान
राष्ट्रीय मुसलिम मंच के राष्ट्रीय नेता मुस्तफा खान ने हिंदू समागम में कहा कि आतंकवाद का मजहब इसलाम से कोई लेना-देना नहीं है. गो हत्या बंद होनी चाहिए, इसके लिए मंच ने 12 लाख लोगों का हस्ताक्षर कर राष्ट्रपति को भेजा है. मांग किया है कि गो हत्या करने वालों को मृत्यु दंड मिलना चाहिए. इसके अलावा कश्मीर के अंदर धारा 370 खत्म हो, इसके समर्थन में 40 लाख कश्मीरी मुसलिम का हस्ताक्षर युक्त पत्र राष्ट्रपति को भेजा गया है. वहां के मुसलिम का कहना है कि उन्हें एक झंडा, एक संविधान के अधीन रहना है, नहीं चाहिए धारा 370. मुस्तफा खान ने कहा कि भगवान राम का मंदिर अयोध्या में बने और तीन तलाक के मामले को लेकर मंच मुसलिमों के बीच जनजागरण अभियान चला रही है. क्योंकि कुरान में भी तीन तलाक का जिक्र नहीं है. बहु विवाह प्रथा भी खत्म होना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश को हिंदुत्व ही एक सूत्र में बांध सकता है. हिंदुत्व के सूत्र पर देश विश्व गुरु बन सकता है.
गो हत्या पर बने सख्त कानून : कृषि मंत्री
विराट हिंदू समागम में आये अतिथियों का स्वागत करते हुए कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार ने गोशाला को बढ़ावा देने के लिए 50-50 लाख देने की व्यवस्था की है. पकड़े गये मवेशियों की रक्षा के लिए भी फंड की व्यवस्था है. लेकिन गो हत्या पर सख्त कानून बनाने की जरूरत है. इसे देश स्तर पर कड़े कानून के साथ लागू करना होगा. इस अवसर पर उन्होंने हिंदुओं को जगने और धर्मांतरण कर रहे लोगों को नहीं भटकने की बात कही. इस अवसर पर चितरा डीएवी की छात्राओं ने स्वागत गीत पेश किया.
भारत को श्रेष्ठ बनाने में सभी योगदान दें : जगतगुुरु राघव देवाचार्य
अध्यक्षीय भाषण में जगतगुरु राघव देवाचार्य ने कहा कि यह विराट हिंदू समागम जाति, धर्म, संप्रदाय से ऊपर उठकर सोचने को प्रेरित कर रहा है. श्रीराम की जन्म भूमि यह है जिसमें हिंदू सनातन धर्म है. दुनिया भारत की ओर देख रही है. इसलिए जाति, धर्म का भेदभाव छोड़ें और भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए सभी पूरा-पूरा योगदान दें. क्षणिक लाभ के लिए धर्मांतरण करते हैं लेकिन बाद में उन्हें परेशानी होती है. इसलिए सनातन धर्म में अपना और अपने देश का भला सोचें.
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