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26 एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जा
15 वर्ष पहले विभाग ने किया था सीमांकन वन विभाग बेखबर देवघर : मोहनपुर अंचल के डुमरिया मौजा में वन विभाग के अधीन सुरक्षित 26 एकड़ वन भूमि पर इन दिनों अवैध कब्जा हो गया है. वन भूमि पर कब्जाधारियों ने पेड़ों को नष्ट कर अपना बगान, खलिहान बनाकर कब्जा कर लिया है. वर्षों पहले […]
15 वर्ष पहले विभाग ने किया था सीमांकन
वन विभाग बेखबर
देवघर : मोहनपुर अंचल के डुमरिया मौजा में वन विभाग के अधीन सुरक्षित 26 एकड़ वन भूमि पर इन दिनों अवैध कब्जा हो गया है. वन भूमि पर कब्जाधारियों ने पेड़ों को नष्ट कर अपना बगान, खलिहान बनाकर कब्जा कर लिया है. वर्षों पहले इस भूमि पर वन विभाग ने वनरोपण कर सुखआ के घने जंगल लगाये थे, आज इस भूमि पर सखुआ का पेड़ बिल्कुल साफ हो गया है.
डुमरिया मौजा के अनावद पर्चा में कुल 60 एकड़ राखा जंगल (सुरक्षित वन भूमि) दर्ज है. इसमें दाग नंबर 705 में 10 एकड़, दाग नंबर 711 में 16.50 एकड़, दाग नंबर 714 में पांच एकड़ व दाग नंबर 717 में 28 एकड़ सुरक्षित वन भूमि है. इसमें दाग नंबर 705 में 10 एकड़, दाग नंबर 711 में 16.50 एकड़ व दाग नंबर 717 में भी लगभग 10 एकड़ सुरक्षित वन भूमि पर पूरी तरह से कब्जा जमा लिया गया है. दाग नंबर 705 में अकेले एक प्रभावशाली व्यक्ति ने पूरी तरह से कब्जा जमा कर रखा है. वन विभाग ने 15 वर्ष पहले उक्त सभी 60 एकड़ वन भूमि का अमीन के जरिये मापी कराये जाने के बाद सीमांकन किया गया था. सीमांकन के लिए सीमेंट के पिलर भी गाड़े गये थे, लेकिन धीरे-धीरे पिलर को नष्ट कर वन विभाग के पेड़ों काे काटकर इस जमीन पर अवैध ढंग से कब्जा कर लिया गया है.
मुख्य सचिव ने अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने का दिया है निर्देश
10 दिनों पहले मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर डीएफओ को जिला प्रशासन के सहयोग से वन भूमि पर अवैध कब्जा व अतिक्रमण को अभियान चलाकर हटाने का निर्देश दिया है. अब वन विभाग डुमरिया समेत अन्य वन भूमि पर अवैध कब्जा को चिन्हित कर नोटिस भेजने की तैयारी में है. नोटिस के बाद अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जायेगा. डुमरिया मौजा में वनाधिकार अधिनियम 2006 का भी धज्जियां भी उड़ रही है. अधिनियम के तहत भूमिहीन को वन भूमि पर पट्टा दिया जाता है, लेकिनडुमरिया में जमीन पर कब्जा करने वालों के पास पहले से पर्याप्त वन भूमि है. धीरे-धीरे सभी 60 एकड़ भूमि पर कब्जा किया जा रहा है.
डुमरिया वन विभाग को राखा जंगल (सुरक्षित वन भूमि) है. वन विभाग इस भूमि से पूरी तरह अवगत है, लेकिन उक्त भूमि पर अवैध कब्जा की विधिवत रिपोर्ट नहीं आयी है. फोरेस्टर द्वारा जांच करायी जायेगी व अवैध कब्जा वाले जमीन को मुक्त कराया जायेगा. उक्त भूमि पर विभाग नये सिरे से वनरोपण भी करायेगी.
– रघुवंशमणी सिंह, रेंज अफसर, वन विभाग, देवघर
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