देवघर: जमीन अधिग्रहण अगर समय पर होता जाये तो देवघर में कई बड़ी योजनाएं धरातल पर उतर सकती है. देवघर में केंद्र सरकार से फूड क्राफ्ट इंस्टीच्यूट की स्वीकृति मिली है. इसके लिए रिखिया के पास जमीन भी चिन्हित की गयी है.
लेकिन भू-अजर्न विभाग अन्य बड़ी योजनाओं के तर्ज पर इसमें भी जमीन अधिग्रहण में काफी पीछे है. पिछले छह माह से जमीन की तलाशी के बाद प्रशासन ने फूड क्राफ्ट इंस्टीच्यूट के लिए जमीन तो खोज निकाली. लेकिन जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पायी है. भू-अजर्न विभाग ने इसके लिए 16 आना रैयतों को नोटिस तक नहीं भेजा है. बताया जाता है कि केंद्र सरकार से राज्य सरकार को फूड क्राफ्ट इंस्टीच्यूट की जमीन अधिग्रहण के लिए राशि भी प्राप्त हो गयी है. बावजूद कार्य में शिथिलता बरती जा रही है. यह इंस्टीच्यूट खुलने से राज्य में शिक्षण संस्थान विकसित हो पाता व युवकों को अपने राज्य में फूड प्रोसेसिंग की शिक्षा मिल पाती.
अधिग्रहण के चक्कर में अटक गया बस अड्डा
नगर विकास विभाग से बस अड्डा की स्वीकृति दो वर्ष पहले देवघर को मिली है. इसके निर्माण कार्यो के लिए राशि भी नगर निगम को प्राप्त हो चुकी है. बस अड्डा के लिए देवघर-चांदन रोड स्थित बाघमारा के पास जगह चिन्हित किया गया था. लेकिन अधिग्रहण प्रक्रिया में हुई देरी के कारण बस अड्डा का निर्माण कार्य अटक गया. हालांकि बाद में हाइकोर्ट ने चिन्हित जगह पर जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया पर रोक लगा दी. बावजूद प्रशासन नयी जगह नहीं खोज पायी है. इस क्षेत्र में नये बस बड्डा निर्माण होने से सुल्तानगंज से आने वाले यात्रियों को सुविधा प्राप्त होती.