रोते-रोते परिजन बार बार यही कह रहे थे कि बेटी के मना करने के बाद भी उन्होंने उसे ससुराल भेज दिया. उन्हें क्या पता था कि उन्हें बेटी की लाश देखनी पड़ेगी. परिजनों ने मंजू के पति सौदागर पर हत्या का आरोप लगाया. मृतका के मामा वीरेंद्र कुमार यादव व मौसा पंचानन यादव ने बताया कि दो दिन पूर्व मंजू मायके में थी.
बुधवार को दामाद बेटी को ले जाने घर आया. शाम में विदा कर रहे थे तो वह ससुराल जाने दामाद के साथ जाने से मना कर रही थी. लेकिन दामाद उसे जबरन अपने साथ ले गया. गुरुवार को बेटी को मारकर पेड़ से लटका दिया. सूचना मिलने पर थाना प्रभारी संत कुमार सिंह घटनास्थल पहुंचे व शव को अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया. मौके पर मंजीत चौधरी, इंटक नेता योगेश राय, बीएमएस सचिव गोपाल कृष्णा, रामजी साह, निरंजन वर्मा, राजू यादव, जयराम रजक, सीताराम महतो आदि भी घटनास्थल पर थे. थाना प्रभारी संत कुमार सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया शव देखने के बाद पता चलता है कि मृतका को मारकर रस्सी के सहारे पेड़ में टांग दिया है. पुलिस अनुसंधान कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ पता चल सकेगा.