देवघर: मोहनपुर थाना क्षेत्र के चुल्हिया गांव में गुरुवार को पुलिस पर पथराव की घटना में एफआइआर के बाद ग्रामीण डरे-सहमे हैं. पुलिस की ओर से की गयी कार्रवाई के डर से चुल्हिया गांव से लगभग 40 युवक गांव छोड़ भाग गये हैं. इस घटना में पुलिस की ओर से मोहनपुर थाने में 14 नामजद व 500-600 अज्ञात ग्रामीणों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार पुलिस ने नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी शुरू कर दी है. शुक्रवार को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार इबरार अली को काेर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया. अब पुलिस के भय से चुल्हिया गांव में खौफ का माहौल है.
शुक्रवार सुबह से ही चुल्हिया गांव में सन्नाटा पसर गया है. गांव से भाग युवको में कोई रिश्तेदार तो कोई दोस्तों के घर शरण लिये हैं. इस वजह से चुल्हिया गांव में अधिकांश महिलाएं ही बची हैं. वहीं जो पुरुष गांव में हैं वे भी गिरफ्तारी के भय से गांव छोड़ने की सोच रहे हैं. जिन युवकों पर प्राथमिकी दर्ज हुई उनके घरों के दरवाजे में ताला भी लटक चुका है. पूरा परिवार गांव छोड़कर बाहर चले गये हैं.
दादा ने पोते को दी मुखाग्नि
गुरुवार रात को दुर्घटना में मारे गये सुमित चौधरी का शव पोर्स्टमार्टम के बाद चुल्हिया गांव लाया गया. रात में ही शव का दाह संस्कार कर दिया गया. सुमित के दादा ने अपने पोते को मुखाग्नि दी. शोकाकुल परिवार में भी पुलिस का भय व्याप्त था. लोगों का आना-जाना पीड़ित परिवार के यहां जारी है, बावजूद पुलिस की गाड़ी जैसे ही देवघर-गोड्डा मुख्य रोड से गुजरती थी, गिरफ्तारी के डर से परिवार के सदस्य सहम जाते थे.