देवघर: धर्म की नगरी देवघर में दीपावली की गिनती मुख्य पर्व के रूप में होती है. लोग हर्षोल्लासपूर्वक हर साल दीपावली मनाते हैं . बच्चे-बुजुर्ग सभी दीपावली में शरीक होते है़ं इसकी शुरुआत 10 नवंबर की शाम में छोटी दीपावली से होगी़ बाबाधाम में सूर्यास्त के समय छोटी दीपावली पर यमदीप जलाने की अति प्राचीन परंपरा रही है़.
इस संबंध में पंडित मनोज महाराज ने बताया कि मंगलवार अपराह्न 5:26 सूर्यास्त होगा़ यह यमदीप जलाने के लिए उत्तम समय है़ उन्होंने कहा कि ऐसी मान्यता है कि यमदीप जलाने से यम राजा प्रसन्न होते है़ं वह सभी दु:खों का हरण कर लेते है़ं यम का अर्थ भय भी होता है़ हर तरह के भय से यम मुक्त कर देते है़ं.
शरीर निरोग करते है़ं दरिद्र का नाश कर लक्ष्मी प्रवेश होता है़ दूसरे दिन बुधवार 11 नवंबर को दीपावली है़ इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा होगी़ मंगलवार को रात्रि 8:34 से अमावश्या शुरू हो जायेगा़ यह बुधवार रात्रि 10:30 बजे तक रहेगा़ अपनी-अपनी राशि के अनुसार पूजा करें.गुरुवार को सूर्यास्त से पहले घर की गंदगी को फेंक कर दरिद्र भगाया जायेगा. इसे बाबामंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार सिंह दरवाजे के बगल में आग के हवाले कर दिया जायेगा.