देवघर: स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों को नहीं माने जाने के विरोध में सिविल सजर्न कार्यालय में झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने जम कर विरोध-प्रदर्शन किया.
इस दौरान सीएस डॉ अशोक कुमार का घेराव भी किया. इसका नेतृत्व संघ के राज्य महामंत्री रामाधार शर्मा, राज्याध्यक्ष विकास चंद्र मिश्र,संयुक्त सह जिला मंत्री कामदेव, संयुक्त मंत्री अमरनाथ पाठक, जिलाध्यक्ष इंद्राशन देवी एवं जिला महामंत्री अरुणानंद झा ने संयुक्त रूप से किया. संघ की ओर से कहा गया कि कर्मचारियों द्वारा अनेकों बार पत्र देने एवं संघ के साथ वार्ता होने के बावजूद अभी तक एक भी मांग पूरी नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि श्रवण माह के मेला होने के बावजूद कर्मचारियों ने अपने मांगों के समर्थन में कभी भी हड़ताल पर जाने की बात कहीं गयी है. मांगों के बारे में कहा कि मेला में प्रतिनियुक्त कर्मी को तुरंत के प्रभाव से टीए व डीए का भुगतान किया जाय. साथ की डॉक्टरों की भांति कर्मचारियों को भी 15 दिनों की ड्यूटी का शिफ्ट बांटा जाय और सफाई एवं अन्य कर्मी से 24 घंटे ड्यूटी नहीं लिया जाय. इसके अलावे भी अन्य कई मांगे है. विरोध प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों की संख्या में कर्मी सीएस कार्यालय में विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे.
सीएस ने कुछ मांगों पर आश्वासन दिया: संघ के पदाधिकारियों के साथ वार्ता के दौरान सिविल सजर्न ने टीए एवं डीए के बारे में निदेशक प्रमुख से तुरंत विचार कर कार्रवाई का आश्वासन दिया. साथ ही 11 दैनिक वेतन कर्मी के बारे में अविलंब विचार कर समस्या का समाधान करने की बात कहीं. वहीं निलंबित कर्मी का निलंबन वापस करने का पत्र निर्गत करने आदेश देने निर्णय लिया.
क्या है मांगे
दैनिक वेतनभोगी कर्मी को बढ़े दर से वेतन का भुगतान किया जाय
मेला में प्रतिनियुक्त कर्मी को बिना स्पष्टीकरण पूछे निलंबन से मुक्त किया जाय
एएनएम नीलम कुमारी एवं फार्मासिस्ट सूर्य कांत पांडे का अविलंब अनुबंध बरकरार रखा जाय
सभी कर्मियों को एसीपी/एमसीपी दिया जाय
सेवा निवृत कर्मी को नियमित पेंशन की व्यवस्था की जाय