देवघर: श्रावणी मेले की दूसरी सोमवारी को कांवरियों की अप्रत्याशित भीड़ उमड़ पड़ी. सोमवार देर शाम तक कांवरियों की कतार तकरीबन 12 किमी लंबी लगी रही. सोमवार को तकरीबन एक लाख कांवरियों ने जलार्पण किया.
उमड़ते केसरिया जनसैलाब के कारण सोमवार को तकरीबन 40 हजार से अधिक कांवरिये जलार्पण से वंचित रह गयें. बरमसिया तक तो कतार में शेड की व्यवस्था थी, लेकिन बरमसिया के बाद नंदन पहाड़ और डढ़वा नदी के पार जिला प्रशासन की ओर से पुलिस के अलावा कोई व्यवस्था नहीं थी. इस कारण कांवरियों के काफी परेशानी हुई.
खास तौर से महिलाओं और बच्चों को तो भारी फजीहत ङोलनी पड़ी. लगातार हो रही बारिश ने कांवरियों को गरमी और तेज धूप से राहत तो दी लेकिन लगातार भींगने से कांवरियों को परेशानी हुई. क्योंकि बरमसिया के बाद कोरिडोर का निर्माण नहीं कराया गया है.
रह-रह कर मचती रही भगदड़
भीड़ के आगे प्रशासनिक व्यवस्था कम पड़ गयी. व्यवस्था पर शिवभक्तों की आस्था भारी दिख रही थी. कतार में लगने के बाद पहले जल चढ़ाने की होड़ के कारण कई प्वाइंट पर रह-रह कर भगदड़ और अफरा-तफरी मचती रही. कई जगह भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. बरमसिया चौक, बीएड कॉलेज, नंदन पहाड़, तिवारी चौक, जलसार मोड़, डढ़वा नदी के पास तक रह-रह कर भगदड़ मच रही थी. इसमें ज्यादा दिक्कत महिला और बच्चों को हो रही थी. कतार को व्यवस्थित करने के लिए काफी संख्या में पुलिस बल, पुलिस अफसर और दंडाधिकारी लगे रहे.