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सीबीएसइ पटना जोन के रीजनल ऑफिसर बाेले, पांच वर्षों तक ही बच्चों के नाम व पता में संशोधन

देवघर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पटना जोन के रीजनल ऑफिसर लखन लाल मीणा ने कहा कि स्कूलों में नामांकित बच्चों के नाम, माता-पिता के नाम, उम्र, पता आदि में कोई संशोधन करना है, तो नामांकन के पांच वर्षों तक ही संशोधन का काम हो पायेगा. श्री मीणा ने संत जेवियर्स हाइस्कूल सातर में आयोजित […]

देवघर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पटना जोन के रीजनल ऑफिसर लखन लाल मीणा ने कहा कि स्कूलों में नामांकित बच्चों के नाम, माता-पिता के नाम, उम्र, पता आदि में कोई संशोधन करना है, तो नामांकन के पांच वर्षों तक ही संशोधन का काम हो पायेगा. श्री मीणा ने संत जेवियर्स हाइस्कूल सातर में आयोजित मीटिंग सह ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल होने के बाद कहा कि उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन के लिए एग्जामिनर का नाम तय होने के बाद प्रिंसिपल अगर शिक्षकों को नहीं भेजते हैं, तो प्रिंसिपल पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा. राशि वेतन से वसूली जाएगी.


उन्होंने कहा कि पटना जोन में झारखंड एवं बिहार के करीब 1300 विद्यालय हैं. औसतन 25 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक अनिवार्य है. एक सेक्शन में 40 से ज्यादा विद्यार्थी नहीं होना चाहिए. कई स्कूलों में शिक्षक की कमी है. ऐसे स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी.स्कूलों में कार्यरत सभी शिक्षकों का डाला 17 नवंबर तक ऑनलाइन मांगा गया है, ताकि योग्यता एवं अनुभव के आधार पर बोर्ड शिक्षकों का समय पर लाभ ले पाये. नए वर्ष से अगर किसी विद्यार्थी को रिजल्ट से शिकायत है, तो वे सिर्फ वेरिफिकेशन के लिए आवेदन कर सकेंगे. अन्यथा उन्हें कंपार्टमेंटल फॉर्म भरना होगा.
सुरक्षा से कोई समझौता नहीं : स्कूलाें में बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जायेगा. लॉ एंड ऑर्डर की जवाबदेही स्थानीय प्रशासन की होती है. स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाये गये हैं. आवश्यकता अनुसार और भी सीसीटीवी कैमरा लगाये जायेंगे. सुरक्षा के दृष्टिकोण से बाउंड्री वाल को और भी ऊंचा करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही स्कूलों में तीन सदस्यीय सुरक्षा कमेटी बनायी गयी है.
क्वालिटी एजुकेशन के लिए करें ओरियेंटेशन : रीजनल ऑफिसर ने कहा कि बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध कराना अनिवार्य है. क्वालिटी एजुकेशन सहित मार्किंग, सिलेबस आदि की समुचित जानकारी के लिए शिक्षकों का समय-समय पर ओरिएंटेशन प्रोग्राम कराना जरूरी है. इसकी जवाबदेही स्कूलों के प्राचार्यों की है. समय-समय पर ओरियेंटेशन प्रोग्राम आयोजित कर शिक्षकों को अपग्रेड करें.
नये साल से वार्षिक परीक्षा में 100 अंकों के सवाल : अब सीजीपीए सिस्टम समाप्त कर दिया गया है. वर्ष 2018 में आयोजित होने वाली वार्षिक परीक्षा में पूरी सिलेबस से सवाल पूछे जायेंगे. 100 अंकों की परीक्षा में 80 अंकों का थ्योरी तथा 20 अंकों के प्रैक्टिकल की परीक्षा होगी.
प्रत्येक शिक्षक को वर्ष में 1200 घंटे लेना होगा क्लास : सीबीएसइ बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों के शिक्षकों को प्रत्येक वर्ष एक हजार घंटे नियमित क्लासेस व दो सौ घंटे की रेमिडियल क्लासेस लेना अनिवार्य है. अगर शिक्षकों के संदर्भ में कोई शिकायत बोर्ड को मिलती है, तो त्वरित कार्रवाई की जायेगी. प्राइवेट ट्यूशन पर सख्ती से रोक लगाने का निर्देश भी दिया गया. रीजनल ऑफिसर ने कहा कि बच्चों की आवश्यकता को देखते हुए दैनिक क्लासेस के समय में हर दिन दो घंटे तक विस्तार किया जा सकता है. इसके लिए सभी प्राचार्यों को निर्देश भी दिया गया.
देवघर में बनेगा दो मूल्यांकन सेंटर
देवघर में उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन के लिए नये वर्ष से दो मूल्यांकन सेंटर बनाया जायेगा. उपलब्ध बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के आधार पर ही सेंटर का चयन किया जायेगा. इसके लिए स्कूलों की सूची मांगी गयी है. प्राचार्यों से सुझाव भी मांगा गया है.

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