हादसा. टूटा दुखों का पहाड़, कैसे होगी बेटियों की शादी
Advertisement
दुकानदार पर गिरी पेड़ की डाली, मौके पर माैत
हादसा. टूटा दुखों का पहाड़, कैसे होगी बेटियों की शादी तेज हवा से गिरी बरगद की विशाल डाली काली पोखर के पास चाय की दुकान चलाता था काशीनाथ कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की सारठ बाजार : काली पोखर के समीप चाय-पान की दुकान चलाने वाले काशीनाथ प्रसाद (48) के […]
तेज हवा से गिरी बरगद की विशाल डाली
काली पोखर के पास चाय की दुकान चलाता था काशीनाथ
कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की
सारठ बाजार : काली पोखर के समीप चाय-पान की दुकान चलाने वाले काशीनाथ प्रसाद (48) के शरीर पर पेड़ की डाली गिरने से उसकी दर्दनाक मौत हो गयी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वह अपनी दुकान पर था कि अचानक तेज हवा चलने से विशाल बरगद के पेड़ की एक मोटी डाली उस पर गिर गयी. जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गया. स्थानीय लोग आनन-फानन में उसे सीएचसी लाये जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ जुटने लगी. मुआवजे की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने सारठ-देवघर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गयी.
सड़क जाम की सूचना पर थाना प्रभारी नुनुदेव राय पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पंहुचे. लेकिन स्थानीय लोगों ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी मुआवजा देंगे तभी सड़क जाम छूटेगा. इधर मृतक की पत्नी, बेटी व बेटा समेत अन्य परिजनों की आंखों के आंसू थमने का नाम नही ले रहे थे. मृतक की पत्नी बार-बार बेसुध हो रही थी. उसकी मीठी बोली एवं कुशल व्यवहार के लिए लोग काशीनाथ से बहुत स्नेह रखते थे. घटना की सूचना मुखिया अनिल राव ने बीडीओ तथा सीओ समेत अन्य पदाधिकारियों को दी. सीओ धंनजय पाठक, अंचल निरीक्षक ब्रजेंद्र चौबे, हल्का कर्मचारी अमरेश झा, सुबल पत्रलेख मौके पर पहुंचे.
सीओ ने परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकारी प्रावधान के अनुसार सरकारी सहायता अवश्य उपलब्ध करायी जायेगी. सीओ के आश्वासन के बाद सड़क जाम को हटाया गया. ूपूर्व विधायक चुन्ना सिंह भी घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे. परिजनों को ढाढस बंधाया.
पवहीं मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए देवघर भेज दिया गया. मृतक अपने पीछे अपनी बूढ़ी मां, पत्नी, दो पुत्री एवं एक पुत्र समेत भरा-पूरा परिवार पीछे छोड़ गया है.
कृषि मंत्री भी पहुंचे
उधर, दुखद घटना की सूचना मिलने पर कृषि मंत्री रणधीर सिंह मृतक के घर पहुंचे. उन्होंने परिजनो को ढाढस बंधाया. विवेकानंद अनुदान निधि से 51 हजार रुपये बेटे की पढ़ाई के लिये दिए. साथ ही बेटी की शादी मेंह ोने वाले खर्च को वहन करने का बीड़ा उठाया.
कैसे चलेगा परिवार, कौन करेगा बेटी का विवाह
काशीनाथ बीपीएल परिवार से आता था. पूरे परिवार के भरण-पोषण, बूढ़ी मां का इलाज, बच्चों की पढ़ाई तथा बेटी का विवाह कराने का जिम्मा उन्हीं पर था. लेकिन अचानक मौत हो जाने से परिवार के सामने कई समस्याएं पहाड़ की भांति सामने खड़ी हो गयी हैं. काशीनाथ की मौत के बाद गांव में शोक है. ग्रामीण घर आकर मृतक के परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं. स्थानीय लोगों ने कृषि मंत्री से भी पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग एवं अन्य सुविधाएंं प्रदान कराने की मांग की.
पूर्व मंत्री हाजी हुसैन के खिलाफ जमानतीय वारंट
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement