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10 जलमीनार में पांच बेकार
हाल सिमरिया प्रखंड का, 2012 में बने थे सभी जलमीनार सभी जलमीनार वर्ष 2012 में बनाये गये थे एक जलमीनार 18 से 20 लाख रुपये की लागत से बने थे एक जलमीनार से 50 घरों में पानी सप्लाई करनी थी, मगर चालू जलमीनार से मात्र 20 से 25 घरों में हो रही है पानी की […]
हाल सिमरिया प्रखंड का, 2012 में बने थे सभी जलमीनार
सभी जलमीनार वर्ष 2012 में बनाये गये थे
एक जलमीनार 18 से 20 लाख रुपये की लागत से बने थे
एक जलमीनार से 50 घरों में पानी सप्लाई करनी थी, मगर चालू जलमीनार से मात्र 20 से 25 घरों में हो रही है पानी की सप्लाई
सिमरिया : प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजलापूर्ति के लिए बनाये गये जलमीनार बेकार साबित हो रहे हैं. 10 जलमीनार में पांच जलमीनार चालू व पांच खराब व बेकार पड़े हैं. सभी जलमीनार वर्ष 2012 में बनाये गये थे. प्रत्येक जलमीनार का निर्माण 18 से 20 लाख रुपये की लागत से किया गया है.
एक जलमीनार से 50 घरों में पानी सप्लाई करनी थी, जिसमें चालू जलमीनार से मात्र 20 से 25 घरों में ही पानी की सप्लाई हो रही हैं. उक्त जलमीनारों से सुबह-शाम पानी की आपूर्ति की जाती है. ग्रामीणों को भीषण गरमी में पानी के लिए परेशानी हो रही है.
कहां-कहां बने हैं जलमीनार: प्रखंड के बानासाड़ी में भाग एक व दो, टूटीलावा, नावाटांड़ शिला, तुंबा पतरा, नवादा, दुंदुवा, बेलगड्डा व लुतीडीह में जलमीनार बनाये गये हैं. बानासाडी एक व दो, दुंदवा, बेलगड्डा व लुतीडीह में पेयजलापूर्ति ठप है. इससे ग्रामीणों को एक बूंद पानी नसीब नहीं हो रहा है. ग्रामीणों को प्यास बुझाने वाला जलमीनार खुद प्यासा है. जलमीनार से पेयजल आपूर्ति के लिए लगाये गये पाइप व नल टूट चुके हैं.
आज तक एक बूंद पानी नसीब नहीं हुआ: ग्रामीण
बेलगड्डा के श्रवण कुमार आर्य ने कहा कि जब से जलमीनार बना है, तब से आज तक एक बूंद पानी भी नसीब नहीं हुआ है. विधायक, उपायुक्त व जिप सदस्य ने भी इसकी जांच पड़ताल की. इसके बावजूद कोई लाभ नहीं हुआ और न ही बंद जलमीनार को चालू कराने में दिलचस्पी दिखायी. इसमें हम ग्रामीणों गरमी में दूर से पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं.
बानासाड़ी के इंद्रदेव यादव ने कहा कि पानी का सप्लाई एक साल से बंद है. जलमीनार चालू होने के बाद एक ही बार पानी मिला हैं. भीषण गरमी में पानी के लिए परेशानी हो रही है. सूरज राम ने कहा कि पानी की घोर किल्लत है. पीने के साथ-साथ मवेशियों को भी पानी पिलाने में परेशानी हो रही है. लुतीडीह के करीमन गंझू, राजू राणा, दुखी राम व ललिता देवी ने कहा कि पिछले छह माह से जलमीनार में लगे मोटर खराब है. पाइप घटिया लगाये गये है. विभाग द्वारा अबतक बनाये नहीं गये हैं. ग्रामीणों ने उपायुक्त से खराब जलमीनारों को बनाने की मांग की है.
राशि मिलते जलमीनारों को चालू किया जायेगा: जेइ
जेइ संजीत कुमार ने कहा जलमीनारों के प्राक्कलन के लिए विभाग को रिपोर्ट भेजी गयी है. राशि उपलब्ध होते बंद पड़े जलमीनारों को चालू किया जायेगा. कहा कि एक सप्ताह के अंदर खराब जलमीनारों को बना कर लोगों के बीच पानी का सप्लाई की जायेगी. जेइ ने कहा कि खराब चापानलों को बनाने का काम जोर-शोर से किया जा रहा है.
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