प्रार्थी की ओर से अधिवक्ता कौशिक सरखेल व वरीय अधिवक्ता बीएम त्रिपाठी ने पैरवी की. चीफ जस्टिस प्रदीप कुमार मोहंती व जस्टिस आनंद सेन की खंडपीठ में मामले की सुनवाई हुई. उल्लेखनीय है कि प्रार्थी गौतम कुमार ने हैवियस कॉरपस याचिका दायर कर पत्नी को बरामद कर प्रस्तुत करने की मांग की है. याचिका में कहा गया कि चंद्रपुरा बोकारो निवासी गौतम कुमार का रजिस्टर्ड मैरेज 18 जनवरी 2017 को हुई थी. तीन माह तक पत्नी गौतम के साथ रही थी. ससुर परशुराम प्रसाद स्पेशल ब्रांच गोड्डा में इंस्पेक्टर ऑफ पुलिस पद पर हैं.
गौतम ने आरोप लगाया है कि परशुराम प्रसाद उसकी पत्नी को जबरन अपने घर ले गये. बाद में पता चला कि बिहार के गया में ससुर श्री प्रसाद ने अपनी पुत्री का दूसरा विवाह 23 अप्रैल 2017 को अमित कुमार से करा दी है. विवाह रोकवाने के लिए गौतम ने गया एसपी से भी संपर्क किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी.