Advertisement
उचक्कों का ठिकाना बन गया स्कूल भवन
बोकारो.पंचानन राजबाला हाई स्कूल की आगे के हिस्से का काम करा कर ठेकेदार ने कार्य बंद कर दिया. आज आलम यह है कि हाई स्कूल से प्लस टू में अपग्रेड हुआ स्कूल मवेशी व उचक्कों का आरामगाह बना हुआ है. स्कूल के सामने बने चाहरदिवारी में भी गेट नहीं लगा है. स्कूल का सामान व […]
बोकारो.पंचानन राजबाला हाई स्कूल की आगे के हिस्से का काम करा कर ठेकेदार ने कार्य बंद कर दिया. आज आलम यह है कि हाई स्कूल से प्लस टू में अपग्रेड हुआ स्कूल मवेशी व उचक्कों का आरामगाह बना हुआ है. स्कूल के सामने बने चाहरदिवारी में भी गेट नहीं लगा है. स्कूल का सामान व अन्य भगवान भरोसे है.
स्कूल के पास नहीं है कोई कागजात : पंचानन राजबाला हाई स्कूल की स्थापना 1959 में हुई थी. लोगों के अनुसार पंचानन ठाकुर ने उक्त स्कूल के लिए भूमि दान दिया था. हालांकि दान से संबंधित कोई कागजात न तो प्रशासन व स्कूल के पास है और न ही उनके वंशजों के पास. जिसके कारण आसपास के भूमि वाले चाहरदिवारी निर्माण का विरोध कर रहें है.
जिला परिषद की बैठक में कई बार उठ चुकी है मांग : जिला परिषद की बैठक में स्थानीय जन प्रतिनिधि स्कूल की चाहदिवारी निर्माण के मामले को कई बार उठा चुके है, लेकिन अब तक जिला परिषद द्वारा कोई कार्रवाई भी नहीं की गयी है. जिला परिषद के संजय कुमार ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग भी कर चुके है, लेकिन ठेकेदार ने ग्रामीणों के विरोध के कारण कार्य बाधित होने की शिकायत लिखित में की है. इसलिए जिला परिषद उसके विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है.
ग्रामीणों के विरोध के कारण नहीं पूरा हुआ कार्य
ठेकेदार सुबोध मिश्रा की माने तो ग्रामीणों के विरोध के कारण कार्य पूर्ण नहीं हो सका, कार्य बीच में ही बंद करना पड़ा. जिला परिषद के कार्यपालक अधिकारी मोहन मिश्रा बताते है कि वर्ष 2012 में कार्य शुरू हुआ तो सब कुछ ठीक था. स्कूल के सामने से सड़क है, जिसके कारण कोई विरोध नहीं हुआ. लेकिन सामने के बाद जब साइड में बाउंड्री वॉल बनने लगी तो स्थानीय लोग भूमि के लिए कार्य रोकने लगे. अंतत: कार्य बंद कर देना पड़ा. संवेदक ने जितना कार्य किया है. उसी बिल का भुगतान ही लिया है. अधिक राशि की निकासी नहीं की गयी है.
मुझे स्कूल बाउंड्री अधूरा छोड़ने के मामले की जानकारी है. यह मुझसे पहले का मामला है. संबंधित संवेदक को बुलाकर कार्य शुरू कराने के लिए पहल की जायेगी. अन्यथा विभागीय कार्य कराया जायेगा. मैं स्वयं इस मामले में कार्रवाई करूंगी.
सुषमा देवी, जिप,अध्यक्ष
स्कूल में लगभग एक हजार बच्चे पढ़ते है. जिसमें काफी संख्या में छात्राएं भी शामिल है. अब स्कूल में प्लस टू की पढ़ाई भी होने वाली है. ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से बाउंड्री होनी चाहिए, लेकिन आज तक यह पता नहीं चला कि ठेकेदार ने आधा कार्य कर क्यों बंद कर दिया. जिले के वरीय पदाधिकारियों को इस पर संज्ञान लेना चाहिए.
नंदिता भट्टाचार्या, मुखिया,सतनपुर
हाई स्कूल की चाहरदिवारी का टेंडर लगभग 06 वर्ष पूर्व हुआ था, लेकिन अब तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ है. कई बार शिकायत के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. मैंने अपने स्तर से कई बार ठेकेदार को कार्य शुरू करने का आग्रह किया. प्रशासन को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. संवेदक आये तो कार्य करा दूंगा.
संजय कुमार, जिला परिषद सह जिला योजना समिति सदस्य
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement