बोकारो : सत्र 2015-16 में 12वीं की परीक्षा देने वाले केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद के कंप्यूटर साइंस साइंस के छात्रों को अधिक मेहनत करनी होगी. बोर्ड ने 11वीं व 12वीं के कंप्यूटर साइंस के पाठ्यक्रम में बड़ा फेरबदल किया है. इसके चलते 12वीं के छात्रों पर दोहरा बोझ आ गया है.
सीबीएसइ ने कंप्यूटर साइंस के पाठ्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने के लिए 11वीं व 12 वीं पाठ्यक्रम में कई नये चैप्टर जोड़े हैं. 12वीं में विजुअल बेसिक के स्थान पर जावा स्क्रिप्ट शामिल किया गया है. इस यूनिट में करीब 15 नंबर के तीन से चार चैप्टर शामिल हैं.
इनफॉरमेटिक प्रैक्टिसेज यूनिट में एप्लीकेशन एरिया बढ़ा दिया गया है. सेक्टर 12 स्थित दी पेंटीकॉस्टल असेंबली स्कूल के कंप्यूटर साइंस के शिक्षक मोहन कुमार ने बताया : 12वीं क्लास में ही प्रोग्रामिंग उच्च लेवल की कर दी गयी है. जावा विद नेटबींस में प्रेक्टिकल एरिया भी जोड़ दिया है. 11वीं क्लास में सी प्लस प्लस लेंग्वेज बढ़ा दी गयी है. पिछले सत्र तक 11वीं में बेसिक पर ज्यादा ध्यान रहता था.
12वीं के विद्यार्थियों को पढ़ना होगा अतिरिक्त चैप्टर : पाठ्यक्रम में बदलाव के कारण 12वीं के छात्रों पर अतिरिक्त बोझ आ गया है. 12वीं में जोड़े गये नये चैप्टर तो उन्हें याद करने ही पड़ेंगे, 11वीं का बदला हुआ पाठ्यक्रम भी उन्हें नये सिरे से पढ़ना होगा. यह बदलाव 12वीं के छात्रों को रास नहीं आ रहा. छात्रों का कहना है कि 12वीं में बोर्ड होने के कारण वह पहले से ही नर्वस हैं, उन्हें अतिरिक्त चैप्टर और पढ़ने होंगे.
अंगरेजी, हिंदी, सामाजिक विज्ञान में भी बदलाव : कंप्यूटर साइंस के अलावा सीबीएसइ ने अन्य विषयों के पाठ्यक्रम में भी बदलाव किया है. 10वीं में इंग्लिस लैंग्वेज में गद्य, काव्य को एब्सट्रेक्ट कर दिया है. ¨हदी परीक्षा के फॉर्मेट में बदलाव हुआ है. समाजिक विज्ञान में गरीबी पर आधारित चैप्टर के स्थान पर फूड सिक्योरिटी ऑफ इंडिया चैप्टर शामिल किया है.