बोकारो: सेल ने अक्तूबर-दिसंबर 2014 तिमाही में 579 करोड़ रुपया का कर उपरांत लाभ दर्ज किया, जो विगत वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले नौ प्रतिशत अधिक है. सेल निदेशक मंडल ने अपने शेयर धारकों को कंपनी की चुकता पूंजी का 17़ 5 प्रतिशत अंतरिम लाभांश मंजूर किया है, जिसके तहत लाभांश पर कर सहित 870 करोड़ रुपया की अदायगी होगी. कंपनी का शुद्घ मूल्य 31 दिसंबर 2014 को बढ़ कर 43,333 करोड़ रुपया हो गया है, जो 31 मार्च 2014 से 667 करोड़ रुपया अधिक है.
सेल के निदेशक मंडल द्वारा अक्तूबर-दिसंबर 2014 के अनंकेक्षित वित्तीय परिणामों को शुक्रवार को रिकार्ड में लिया गया है. उत्पादन में वृद्धि, बेहतर तकनीकी-आर्थिक मानकों के साथ-साथ कच्चे माल खासतौर से आयातित कोकिंग कोयले की लागत में कमी जैसे घटक लाभ बढ़ाने में मददगार रहे. तिमाही के दौरान सेल का कारोबार 12,291 करोड़ रुपया रहा, जो विगत वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 3 प्रतिशत कम है.
बर्नपुर में 2़ 5 मिलियन टन वार्षिक क्षमता का नया इस्पात संयंत्र : मौजूदा चुनौतिपूर्ण बाजार परिस्थितियों के साथ अधिक आयात की स्थिति और देश में इस्पात की खपत लगभग सपाट रहने की वजह से कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. विवेच्य अवधि के दौरान बर्नपुर में 2़5 मिलियन टन वार्षिक क्षमता के नये इस्पात संयंत्र के एकीकृत प्रचालन के साथ, सेल के आधुनिकीकरण व विस्तारीकरण कार्यक्रम की दृष्टि से तीसरी तिमाही महत्वपूर्ण रही.
इस्को इस्पात संयंत्र-बर्नपुर में सबसे बड़ी ब्लास्ट फर्नेस : 30 नवंबर 2014 को इस्को इस्पात संयंत्र-बर्नपुर में अत्याधुनिक 4160 घनमीटर क्षमता की ब्लास्ट फर्नेस कल्याणी प्रज्जवलित की गई, जो भारत में प्रचालन कर रही सबसे बड़ी ब्लास्ट फर्नेस है. राउरकेला इस्पात संयंत्र में प्रचालन कर रही ऐसी पहली ब्लास्ट फर्नेस के बाद सेल में इस तरह की यह सबसे बड़ी दूसरी ब्लास्ट फर्नेस है. सेल ने अपने आधुनिकीकरण व विस्तारीकरण परियोजनाओं/ सुविधाओं पर अब तक पहले ही 32000 करोड़ रूपये खर्च कर लिए हैं.
हमने ऊर्जा खपत कम करने और कच्चे माल का अनुकूलतम उपयोग करने के साथ-साथ अत्याधुनिक टेकAोलॉजियों को अपनाने की दिशा में जो पहल की हैं, उनसे तकनीकी-आर्थिक मानकों में सुधार करने और वर्तमान बाजार परिवेश में बने रहने में मदद मिली है. भारत सरकार की नई नीतियों और इस्पात का अधिक उपयोग करने वाले क्षेत्रों पर बल दिये जाने से इस्पात की मांग बढ़ने की आशा है. सेल इसके अनुरूप अपनी क्षमता में विस्तार कर रहा है.
सीएस वर्मा, सेल अध्यक्ष