बोकारो/चास: शनिवार व रविवार को दिन भर हुई बारिश से बोकारो में कहीं खुशी कहीं गम है. ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिल उठे, वहीं चास-बोकारो सहित शहरी क्षेत्रों में जगह-जगह जल जमाव के कारण लोगों को विभिन्न तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. आलम यह रहा कि बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा, जो जहां था, वहीं ठहर गया. जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया.
अगस्त में चाहिए 329.9 मिलीमीटर बारिश : जिले में औसत से कम बारिश होने से सुखाड़ की स्थिति बन गयी थी. इससे किसान परेशान हो उठे थे. लगातार दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे पर गायब हो रही चमक को लौटायी है. बताते चलें कि औसत कम बारिश से जिले में अब तक 32.85 फीसदी ही धन रोपनी हो पायी थी. अगस्त माह में 329.9 मिलीमीटर सामान्य वर्षा होना चाहिए. अभी भी बारिश का औसत वर्षापात सामान्य से कम है.
बेरमो में सबसे अधिक बारिश
अगस्त माह (10 अगस्त तक) में प्रखंडवार वर्षापात को देखें, तो सबसे अधिक वर्षा बेरमो में 150.6 मिलीमीटर हुई है. इसके बाद नावाडीह व कसमार में 125.9 मिमी, गोमिया में 120.5 मिमी, चंदनकियारी में 113.0 मिमी, पेटरवार में 110.2 मिमी, चास में 104.2 मिमी, जरीडीह में 102.0 मिमी व चंद्रपुरा में 100.6 मिमी बारिश हुई है. कृषि विभाग द्वारा पिछले दो दिनों से जारी वर्षापात पर दृष्टि डाले तो सबसे अधिक बारिश बेरमो प्रखंड में 150.6 मिमी हुई है.