बेंगलूर : उम्र संबंधी कारणों और अन्य समस्याओं के चलते बेंगलूर के निजी अस्पताल में इलाज करा रहे महान पाश्र्वगायक मन्ना डे की हालत में ‘‘मामूली सुधार’’ हुआ है.
महान गायक मन्ना डे को सीने में संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत नाजुक लेकिन स्थिर बतायी जाती है.
94 वर्षीय गायक की सेहत बिगड़ने पर कल उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. नारायण हरुदयाल्या के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया, उनकी हालत में कोई बदलाव नहीं है. वे स्थिर हैं. कोलकाता में जन्मे और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मन्ना डे मुंबई में पचास से भी ज्यादा साल बिताने के बाद फिलहाल बेंगलूर में रहते हैं.
उन्होंने हिंदी और बंगाली समेत कई भाषाओं में 3500 से भी ज्यादा गाने रिकॉर्ड किए हैं. उन्होंने हिंदी और बंगाली फिल्मी सितारों को अपनी आवाज देकर रुमानी गानों, कठिन रागों वाले गानों, कव्वालियों और तेज धुन वाले आधुनिक गानों से कई पीढि़यों को खुश कर दिया.
उनके प्रसिद्ध गानों में मेरी सूरत तेरी आंखें का पूछो ना कैसे मैंने, वक्त का ए मेरी जोहरा जबी, आनंद का जिंदगी कैसी है पहेली, शोले का ये दोस्ती और पड़ोसन का इक चतुर नार शामिल हैं. पिछले दो सप्ताह से डे का इलाज उनके घर पर ही चल रहा था.