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झारखंड : कस्तूरबा बालिका विद्यालय का हाल, पानी की किल्लत से नहीं बना खाना, भूखी रहीं हॉस्टल की 450 छात्राएं

कटकमसांडी : कटकमसांडी प्रखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय के 450 छात्राओं को सोमवार को खाना नहीं मिला. कस्तूरबा विद्यालय में पेयजल की किल्लत है. पानी नहीं मिलने से सोमवार को दिन का खाना नहीं बन पाया, जिससे छात्राएं पूरा दिन भूख व प्यास से तड़पती रहीं. छात्राओं की शिकायत पर बीडीओ अखिलेश कुमार […]

कटकमसांडी : कटकमसांडी प्रखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय के 450 छात्राओं को सोमवार को खाना नहीं मिला. कस्तूरबा विद्यालय में पेयजल की किल्लत है. पानी नहीं मिलने से सोमवार को दिन का खाना नहीं बन पाया, जिससे छात्राएं पूरा दिन भूख व प्यास से तड़पती रहीं. छात्राओं की शिकायत पर बीडीओ अखिलेश कुमार व प्रमुख कुमारी श्रीति पांडेय ने कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय पहुंच कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली.
उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए सबसे पहले टैंकर से पानी मंगा कर बच्चों के लिए खाना बनवाया. इसके बाद वार्डेन शोभा पांडेय को फटकार लगायी. बीडीओ ने विद्यालय की व्यवस्था पर तत्काल सुधार लाने का निर्देश दिया. छात्राओं ने बीडीओ व प्रमुख को बताया कि हमें भर पेट खाना नहीं मिलता है. शिकायत करने पर वार्डेन डांट फटकार लगाती है.
इधर, विद्यालय में कार्यरत चार रसोइया ने भी बीडीओ व प्रमुख को बताया कि भोजन से संबंधित सामग्रियों को वार्डेन रूम में रखती है. बच्चों को मेन्यू के हिसाब से भोजन नहीं दिया जाता है. टैंकर से मंगाये गये पानी को बच्चियों ने बाल्टी से लेकर किचेन तक पहुंचाया. खाना बनाने के क्रम में सातवीं कक्षा की छात्रा चिंता कुमारी का दाहिना पैर जल गया. इस संबंध में पूछे जाने पर वार्डेन शोभा पांडेय ने बताया कि खाना में दाल व चावल बना था.
पानी के अभाव में सब्जी नहीं बन पायी थी. लड़कियां छुट्टी पर जाने के लिए कई बहाने करने लगी और खाना नहीं खायी. पानी की समस्या के बारे में बीडीओ, सीओ व प्रमुख को पूर्व में सूचना दी गयी थी. पानी का टैंकर नहीं आने से पानी उपलब्ध नहीं हो पाया.

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