जल, जंगल, जमीन को बचाने और आदिवासी शोषण के खिलाफ आवाज उठायी़ वे महान कोल विद्रोह के महानायक थे़ विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि लोगों को संघर्ष के लिए तैयार रहना है़.
कार्यक्रम में गीता लकड़ा, शशि प्रधान, कुंदरसी मुंडा, कल्पना टोप्पो, कुंवारी तिर्की, मुन्नी कच्छप, सारो सांगा, मुन्नी पाहन, आशा टोप्पो, रीता कच्छप, मीना कच्छप, प्रदीप मुंडा, बसंत कच्छप, पवन तिर्की, आनंद उरांव, सन्नी मिंज, राहुल तिर्की, स्मिथ तिर्की, संजय लोहरा, सुनील मुंडा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे़