बोकारो जिले के सियालजोरी स्थित इलेक्ट्रो स्टील में पिछले चार दिनों से नाकेबंदी चल रही है. इस कारण 800 मजदूर प्लांट के अंदर ही फंस गये हैं. प्लांट के कैंटीन में खाने-पीने का सारा समान खत्म हो गया है. दूसरी ओर से नाकेबंदी कर रहे लोगों द्वारा रसद का समान अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. इस कारण मजदूरों को न तो भोजन मिल रहा है और न ही दवा. धनबाद जिले के निरसा क्षेत्र के मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) के विधायक अरूप चटर्जी के नेतृत्व में स्थानीय रैयतों के नियोजन की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से आर्थिक नाकेबंदी चल रही है.
चास से सियालजोरी तक गुरुवार को जिला प्रशासन, पुलिस, इलेक्ट्रो स्टील प्रबंधन, मासस और भाजपा का हाई वोल्टेज ड्रामा दिखा. इलेक्ट्रो स्टील प्रबंधन ने मासस की नाकेबंदी के विरोध में शांति मार्च निकालने की पहल की, पर उन्हें पुलिस ने नहीं निकालने दिया. इसके बाद इलेक्ट्रो स्टील प्रबंधन के कर्मी व समर्थक एनएच-32 पर बैठ गये. उन्हें वहां से भी बलपूर्वक हटा दिया गया. इलेक्ट्रो स्टील प्रबंधन के समर्थन में खड़े भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी पुलिस-प्रशासन की दबिश ङोलनी पड़ी.
भाजपा जिलाध्यक्ष गिरफ्तार: बोकारो भाजपा जिलाध्यक्ष अंबिका खवास को सुबह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. करीब 100 समर्थकों के साथ श्री खवास को चास मुफस्सिल थाना में कैंप जेल बना कर रखा गया था. श्री खवास के साथ भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बिरंची नारायण भी मौजूद थे. बताते चलें कि अंबिका खवास ने कंपनी में काम शुरू करने के लिए गुरुवार का दिन तय किया था. पर, कंपनी के आस-पास के माहौल को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने अंबिका खवास और उनके समर्थक को गिरफ्तार कर लिया.
वार्ता विफल: गुरुवार को जिला प्रशासन की ओर से चास एसडीएम डॉ संजय सिंह ने विधायक अरूप चटर्जी से नाकेबंदी खत्म करने को लेकर सियालजोरी थाना में वार्ता की, जो बेनतीजा ही रही. श्री चटर्जी धरना पर वापस जा कर बैठ गये. उनके समर्थन में सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बरला भी पहुंचीं. देर शाम तक विधायक विनोद सिंह के भी आने की बात थी.
मुख्य सचिव, गृह सचिव व डीजीपी से सुरक्षा की गुहार : इलेक्ट्रो स्टील प्रबंधन ने राज्य के मुख्य सचिव आरएस शर्मा, गृह सचिव एनएन पांडेय व डीजीपी राजीव कुमार से सुरक्षा की गुहार लगायी है. अधिकारियों ने पूरी सुरक्षा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. डीजीपी ने अतिरिक्त पुलिस बल भी चास के लिए रवाना कर दिया है.