-पीटर करेंगे क्षेत्र की जनता से रायशुमारी, कहा: वरीय नेताओं का था दबाव
रांचीः जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर पार्टी छोड़ सकते हैं. दिल्ली से रांची लौटने के बाद उन्होंने इस बात का संकेत दिया है. हालांकि उन्होंने इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव को इस्तीफा देने के बाद बुधवार को रांची लौटे राजा पीटर ने कहा कि क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के बाद कोई फैसला लेंगे. श्री पीटर गुरुवार को तमाड़ में कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और उनकी राय जानेंगे.
वहीं सात फरवरी को राजधानी रांची में राज्य के कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श करेंगे.श्री पीटर के रांची लौटने के बाद कार्यकर्ताओं से स्टेट गेस्ट हाउस में मिले. कार्यकर्ताओं ने संगठन की ओर राजा पीटर को हटाने के फैसले पर नाराजगी जतायी. प्रदेश स्तर व जिला स्तर के दर्जनों पदाधिकारियों ने राजा पीटर के प्रति आस्था जताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
श्री पीटर ने प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि लोकतंत्र में जनता सवरेपरि है. ऐसे में उनकी राय जानने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे. यह पूछे जाने पर क्या पार्टी में काम करने की स्वतंत्रता नहीं थी.
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता अपने लोगों को संगठन में शामिल करने के लिए दबाव बना रहे थे. मेरा मानना था कि छोटी कमेटी अच्छा काम कर सकती है. गत दिनों बोकारो में आयोजित पार्टी के राज्यस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में विवाद खुल कर सामने आ गया था. पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उसी दिन चिंतन बैठक का आयोजन किया था. राष्ट्रीय अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद चिंतन बैठक को स्थगित किया गया. ऐसे में मुङो लगा कि प्रदेश अध्यक्ष बना रहना न्यायसंगत नहीं है. यह पूछे जाने पर क्या कोई अलग राजनीतिक दल बनायेंगे?
उन्होंने कहा कि राज्य में पहले से ही बहुत सारे राजनीतिक दल हैं. अधिक दल होने के कारण राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक अस्थिरता बनी हुई है. राज्य और देश का विकास स्थिर सरकार से ही हो सकता है.
पद से इस्तीफा देनेवाले पदाधिकारी: प्रदेश महिला अध्यक्ष विंध्यवासिनी, युवा विंग के अध्यक्ष मनोज यादव, संजय कुमार, संजय सहाय, आफताब जमील, जफर कमाल, जयंतो डे, दीपक पूर्ति, फिरोज खान, राजेश सोनी, नितेश पांडेय, अनिल साहू, सत्येंद्र कुमार, राज कुमार महतो.