राजधानी का मास्टर प्लान बना रही परामर्शी कंपनी फीडबैक इंफ्रास्ट्रर भविष्य की रांची का खाका खींच रही है. आंकड़ों के आधार पर कंपनी अगले 25 वर्षो में राजधानी के फैलाव की रूपरेखा तैयार कर रही है. वर्ष 2037 की संभावित जनसंख्या के आधार पर पानी, बिजली और आवास से लेकर ट्रैफिक, सड़क, स्कूल, अस्पताल तक की जरूरतों का पूरा ब्योरा तैयार किया गया है.
रांची: शहर को कंक्रीट का जंगल बनने से बचाने, हरियाली बनाये रखने, सभी इलाकों में मूलभूत सुविधाएं बहाल करने और शहर को ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए मास्टर प्लान बनाया गया है. मास्टर प्लान में रांची शहर की चौहदी रिंग रोड से एक किमी बाहर तक बढ़ा दी गयी है. सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जमीन का वर्गीकरण कर दिया गया है. होनेवाले निर्माण की प्रकृति के मुताबिक जगह चिह्न्ति कर दी गयी हैं. प्रभात खबर मास्टर प्लान के महत्वपूर्ण अंशों से पाठकों को रूबरू कराने का प्रयास कर रहा है.
निगम क्षेत्र में 8.46 लाख
अगले 25 वर्षों में शहर की जनसंख्या लगभग दोगुनी हो जायेगी. फिलहाल, रांची नगर निगम क्षेत्र के क्षेत्रधिकार में केवल 17,512 हेक्टेयर जमीन है. परामर्शी कंपनी के मुताबिक निगम क्षेत्र में 8,46,454 लोग निवास करते हैं. इसके अलावा निगम क्षेत्र के बाहर शहर से सटे क्षेत्र में लगभग 3.5 लाख लोगों का निवास है. वर्ष 2037 तक शहर और आस-पास के क्षेत्रों की जनसंख्या करीब 27 लाख हो जायेगी. नये मास्टर प्लान में राजधानी का फैलाव कुल 72,073.72 एकड़ पर करने की योजना बनायी गयी है. हर पांच वर्ष पर राजधानी को आवश्यकता के मुताबिक बढ़ाने का सुझाव दिया गया है. भविष्य की सहूलियत के लिए रिंग रोड की एक किमी की परिधि में आनेवाली 54,561.72 हेक्टेयर जमीन को रांची के शहरी क्षेत्र में विलय करने की जरूरत बतायी गयी है. (जारी)
संभावित जनसंख्या
वर्ष रांची शहरप्लान में शामिल ग्रामीण क्षेत्र
2011 10,56,714 3,62,675
2016 11,81,214 4,04,986
2021 13,21,518 4,52,793
2031 16,59,849 5,70,799
2036 18,64,294 6,45,931
2037 19,45,113 6,62,737