रांचीः पारा शिक्षकों का आमरण-अनशन रविवार से राजभवन के समक्ष शुरू हुआ. झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव विक्रांत ज्योति ने बताया कि शिक्षक सीएम आवास के समक्ष अनशन करना चाहते थे, पर प्रशासन द्वारा उन्हें राजभवन के समक्ष ही जगह दी गयी.
रविवार को संघ के अध्यक्ष संजय दूबे, सिंटू सिंह, राजेश महतो, बेटका सोरेन, सिद्दिक शेख अनशन पर बैठे. आंदोलन के द्वितीय चरण में मुख्यमंत्री के दुमका स्थित आवास के समक्ष अनशन किया जायेगा. संघ ने आरोप लगाया कि सरकार पारा शिक्षकों को झूठा आश्वासन दे रही है. मानदेय में पांच हजार रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की गयी, पर इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया.
शिक्षक नियुक्ति में पारा शिक्षकों के लिए 50 फीसदी सीट आरक्षित की गयी है. आरक्षण के लाभ के लिए आवश्यक है कि पारा शिक्षकों की दो वर्ष की अटूट सेवा हो. हड़ताल के कारण पारा शिक्षकों को प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अटूट सेवा का प्रमाणपत्र नहीं दे रहे हैं, इससे पारा शिक्षक आवेदन जमा नहीं कर पा रहे हैं. भविष्य में आंदोलन और तेज होगा.