रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में अति कुपोषित बच्चों का पाया जाना चिंता का विषय है. राज्य में पंचायत स्तर पर कुपोषण के विरुद्ध आंगनबाड़ी केंद्र चलो अभियान चलाया जाये. उन्होंने कहा कि अति कुपोषित बच्चों के उपचार के संबंध में केंद्र की सेविकाओं और सहायिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. सभी जिलों के उपायुक्तों को आंगनबाड़ी केंद्र की मॉनिटरिंग करने का आदेश दिया गया.
बुधवार को राज्य पोषण परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों से केंद्रों का औचक निरीक्षण करने के लिए कहा. बच्चियों को फोलिक एसिड और आयरन की गोलियां मुफ्त दी जाये. समाज कल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि जीवन आशा कार्यक्रम के तहत अति कुपोषित बच्चों की पहचान का काम किया जा रहा है.
बैठक में समाज कल्याण विभाग की प्रधान सचिव मृदुला सिन्हा, विकास आयुक्त एके सरकार, सचिव सुधीर प्रसाद, सीएम के प्रधान सचिव सुखदेव सिंह, एल ख्यांगते, एचआरडी सचिव डीके तिवारी, नगर विकास सचिव अरुण कुमार सिंह, स्वास्थ्य सचिव के विद्यासागर और जिलों के उपायुक्त उपस्थित थे.