रांची: बैंक अफसर प्रसुन कुमार को अगवा कर जब अपराधी ले जा रहे थे, तब डिबडीह पुल के पास अफसर कुरैशी ने कार में ही उनके पैर में पहली गोली मारी थी. इसके बाद अपराधी प्रसुन को लेकर बुढ़मू थाना क्षेत्र के इटहे नदी के पास पहुंचे. वहां अफसर को दूसरी गोली मार कर हत्या कर दी गयी. इसके बाद शव को नदी में फेंक दिया था.
पुलिस ने इस मामले में राहुल त्रिवेदी और तौसिफ रजा को गिरफ्तार कर लिया है. उनकी गिरफ्तारी चक्रधरपुर के चांदमारी स्थित तौसीफ की नानी घर से हुई है. पुलिस को उनके पास से एक देसी कट्टा, .315 की दो गोली और दो मोबाइल मिले हैं. पुलिस इस घटना में शामिल होने के आरोपी चक्रधरपुर निवासी बादशाह, रवि और छोटू की तलाश कर रही है.
एसएसपी प्रभात कुमार और सिटी एसपी ने गुरुवार को कहा कि बैंक अफसर का अपहरण कर अपराधी उनके परिजनों से 20 लाख रुपये फिरौती वसूलने की तैयारी में थे. अपराधियों ने प्रसुन कुमार के साउथ ऑफिस पाड़ा स्थित उनके घर से लेकर बैंक तक रेकी की थी. अपराधियों ने एक सोची समझी रणनीति के तहत गत तीन सितंबर को जज कॉलोनी के पास प्रसुन कुमार की कार में ठोकर मार दी, ताकि बैंक अफसर ठोकर लगने के बाद उनकी कार तक पहुंचे, लेकिन ठोकर लगने के बाद प्रसुन कुमार पाल का विवाद रुपये को लेकर हो गया. इसके बाद अपराधी उन्हें अपनी कार में रुपये देने की बात कह जबरन बैठाया और उन्हें लेकर निकल गये.
प्रसुन के पास से 33 हजार रुपये भी लूट लिये थे
एसएसपी ने यह भी बताया कि घटना के दिन प्रसुन कुमार के पास 33 हजार रुपये थे. रुपये अपराधियों ने लूट लिये थे. इनमें चार हजार रुपये राहुल त्रिवेदी ने रख लिये थे, शेष राशि अफसर कुरैशी ने रखी थी. एसएसपी ने कहा: घटना में शामिल तीन अभियुक्तों की तलाश के लिए चक्रधरपुर पुलिस से मदद ली जा रही है.
अफसर कुरैशी को पुलिस ने लिया रिमांड पर
एसएसपी ने बताया कि नामकुम क्षेत्र में विगत 18 फरवरी को एक चाऊमिन बेचनेवाले को गोली मार दी गयी थी. इस संबंध में नामकुम थाने में कांड संख्या 41/14 के अंतर्गत केस दर्ज है. इस केस में अफसर कुरैशी का नाम सामने आया था. जिसने प्रसुन कुमार की हत्या की घटना के दो दिनों बाद नामकुम थाने में दर्ज एक केस में सरेंडर किया था, जिसमें उसे रिमांड पर लिया गया है.
राउरकेला जाकर करता था फोन
पुलिस के अनुसार राहुल इतना शातिर था कि वह पुलिस से बचने के लिए चक्रधरपुर से राउरकेला जाता था. वहां से वह दोस्तों को फोन करता था. वह चक्रधरपुर से ट्रेन से राउरकेला जाता था. फोन करने के बाद वह वापस चक्रधरपुर लौट आता था, ताकि जब पुलिस फोन नंबर के बारे जानकारी ले, तब पुलिस को उसके राउरकेला में होने की जानकारी मिले.