रमकंडा (गढ़वा) : उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के जोनल कमांडर चंचल पासवान ने रमकंडा के उदयपुर गांव में मंगलवार की रात जबरन घर में घुस कर पिस्तौल के बल पर महिला से दुष्कर्म किया.
दूसरे दिन पति के साथ बैठक के नाम पर बुलवाया. इससे आहत दुष्कर्म पीड़िता ने गुरुवार शाम शरीर में आग लगा कर खुद को जिंदा जला डाला. इस सिलसिले में महिला के पति राजेंद्र विश्वकर्मा ने नावाडीह निवासी जेजेएमपी के जोनल कमांडर चंचल पासवान उर्फ चंचलजी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. प्राथमिकी में उसी गांव के संतोष पासवान, कमलेश पासवान और अनिल पासवान को भी आरोपी बनाया गया है.
भोजन के बहाने घर में घुसा : मंगलवार की रात 10 बजे जेजेएमपी का जोनल कमांडर चंचल पासवान अपने तीन साथियों संतोष पासवान, कमलेश पासवान व अनिल पासवान के साथ उदयपुर निवासी राजेंद्र विश्वकर्मा के घर पहुंचा.
जबरन दरवाजा खुलवाया. राजेंद्र भंडरिया में रह कर क्लिनिक चलाते हैं, जबकि पत्नी अपने 12 साल के बेटे के साथ उदयपुर में रहती थी. घर में जबरन घुस कर जेजेएमपी कमांडर चंचल ने महिला से भोजन की मांग की. महिला ने जब कहा कि घर में खाना नहीं बचा है, तो उग्रवादी कमांडर ने अपने तीन साथियों को खाने लाने बाजार भेज दिया.
साथियों के जाने के बाद चंचल ने कमरे में घुस कर महिला को दरवाजा बंद करने को कहा. महिला ने दरवाजा बंद करने से इनकार किया, तो उसने पिस्तौल दिखा कर उसके साथ दुष्कर्म किया.
बुधवार की सुबह महिला ने अपने पति राजेंद्र को फोन कर घर बुलाया और घटना की जानकारी दी. इसी बीच उग्रवादी चंचल के तीन साथी उसके घर आ धमके. फरमान सुनाया कि चंचलजी ने एक बैठक रखी है और आप लोगों को बुलाया है.
भयवश पति-पत्नी उस बैठक में गये. वहां चंचल ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए उनसे वादा किया कि अब दुबारा इस प्रकार की गलती नहीं होगी. इसके बाद दोनों घर लौट गये और राजेंद्र भंडरिया चला गया. घटना से आहत महिला ने गुरुवार की शाम करीब चार बजे अपने बेटे को सामान लाने के बहाने बाजार भेज दिया और शरीर में आग लगा कर आत्महत्या कर ली. इस घटना से उदयपुर सहित पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश है.