मेदिनीनगर : राज्य के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे ने राजनीति से संन्यास लेने के अपने फैसले को बदल दिया है. श्री दुबे की माने तो निर्णय कार्यकर्ता व समर्थकों के दबाव में बदलना पड़ा.
शुक्रवार को परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए श्री दुबे ने कहा कि जनभावना व कार्यकर्ताओं की राय की देखते हुए उन्होंने इस बार तय किया है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. मालूम हो कि कांग्रेस छोड़ने के बाद श्री दुबे ने तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर धनबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में वह हार गये थे, बाद में उन्होंने तृणमूल छोड़ दी थी.
कहा था कि उनका राजनीति से मन भर गया. इसलिए वह संन्यास ले रहे हैं. लेकिन शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि राजनीति में कार्यकर्ता और जनता की भावना का भी ख्याल रखना पड़ता है. चूंकि संन्यास लेने का फैसला उनका व्यक्तिगत निर्णय था, लेकिन जैसे ही कार्यकर्ताओं व समर्थकों को इसकी जानकारी मिली, उसी दिन से उनपर यह दबाव पड़ने लगा कि वह फैसले को बदलें.
क्षेत्र को उनके नेतृत्व की जरूरत है. उन्होंने साफ किया कि विश्रमपुर से उनका पुत्र अजय दुबे चुनाव लड़ेंगे. फिर वह किस क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे, इस सवाल पर श्री दुबे ने कहा कि 15 अगस्त के बाद वह इसका खुलासा करेंगे. कांग्रेस में 40 साल से अधिक समय दिया. समर्पण के साथ काम किया.
लेकिन कांग्रेस अब चाटुकारों की पार्टी हो गयी है. इस पार्टी में अब नीति- सिद्धांत नहीं रह गयी है. मौके पर संतोष चौबे, श्यामनारायण चौबे, दीपक सिंघानियां, रोशन खां, अजय पांडेय, युगलकिशोर दुबे, अजय बक्सराय, उस्मान अंसारी आदि मौजूद थे.