रांची: झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि हेमंत सोरेन सरकार में लूट मची है. राज्य आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहा है. सरकार कमाई और घोटाले के लिए हजारों करोड़ का टेंडर निकाल रही है. पिछले दिनों में सरकार ने ताबड़तोड़ जन विरोधी फैसले लिये हैं.
बजट में सरकार के पास राशि नहीं है, लेकिन कई गुणा योजनाओं की स्वीकृति दी जा रही है. सरकार की रुचि केवल टेंडर निकालने में है. इससे मोटी रकम की वसूली होगी और अंत में राशि की कमी के कारण योजनाएं लंबित रह जायेंगी. पूरे मामले में भाजपा चुप है. भाजपा ने इसके खिलाफ कभी आवाज नहीं उठायी. पैसा जनता का है. सरकार इस पैसे की कस्टोडियन मात्र है. श्री मरांडी राज्यपाल डॉ सैयद अहमद से मिलने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
श्री मरांडी के नेतृत्व झाविमो नेताओं ने राज्यपाल से मिल कर कई मुद्दों पर ध्यान दिलाया. राज्यपाल को बताया गया कि 17 अप्रैल को मतदान के दिन सचिवालय खोल कर कंपनियों को माइंस के प्रोस्पेक्टिंग लाइसेंस दिये गये. राज्यपाल को बताया गया कि सरकार के संरक्षण में राज्य में कोयला की तस्करी हो रही है. सरकार खुद और अफसरों को बचाने के लिए निगरानी जांच करा रही है. इसकी सीबीआइ जांच का निर्देश दिया जाये. श्री मरांडी ने बताया कि पथ निर्माण विभाग के मंत्री और पदाधिकारी तीन हजार करोड़ का टेंडर निकालने के लिए आमादा हैं. झाविमो नेता ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार को एक मिनट रहने का अधिकार नहीं है. श्री मरांडी के नेतृत्व में झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, शकुंतला जायसवाल, सुनील साहू, अजय नाथ शाहदेव, राजीव रंजन प्रसाद, राजीव रंजन मिश्र, केके पोद्दार, सरोज सिंह, अमित कुमार और राजनंदन सहाय राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे.