रांची: नक्शा में गड़बड़ी का निबटारा स्पॉट (जिस जगह का नक्शा है, वहां जा कर) पर ही किया जायेगा. नक्शे में जो भी खामियां होंगी, उसमें एक सप्ताह के अंदर संशोधन कर लिया जायेगा. अब चेक स्लिप निगम के असिस्टेंट इंजीनियर के अलावा जूनियर इंजीनियर भी भर पायेंगे. इससे बिल्डरों को नक्शे के निष्पादन में होनेवाली देर से निजात मिल जायेगी.
यह निर्णय शुक्रवार को नगर निगम कार्यालय में सीइओ मनोज कुमार की अध्यक्षता में बिल्डर एसोसिएशन एवं आर्किटेक्ट के साथ हुई बैठक में लिया गया. इसमें आर्किटेक्ट, बिल्डर एवं निगम अभियंताओं के बीच की दूरी को कम करने का प्रयास किया गया. आपसी समन्वय नहीं होने से नक्शा के निष्पादन में देरी होती थी. बैठक में डिप्टी सीइओ एवं एसोसिएशन से जुड़े लोग मौजूद थे.
बैकलॉग के निष्पादन में आर्किटेक्ट करेंगे मदद
नक्शे की स्वीकृति में काफी बैकलॉग है, इसके निष्पादन के लिए नगर निगम ने नयी व्यवस्था बहाल करने का निर्णय लिया गया है. नक्शा का शीघ्र निष्पादन हो इसके लिए आर्किटेक्ट की मदद ली जायेगी. आर्किटेक्ट नक्शे के निष्पादन के लिए निगम कर्मियों को यथा संभव मदद करेंगे. इससे नक्शा के निष्पादन में तेजी आयेगी.
मेल और मैसेज से मिलेगी गड़बड़ी की जानकारी
नक्शा में गड़बड़ी की जानकारी मेल एवं मोबाइल पर मैसेज भेज कर दी जायेगी. आर्किटेक्ट को तीन से चार दिन में नक्शा में संशोधन कर वापस भेजना होगा. निबंधित आर्किटेक्ट से नक्शा नहीं बनवाने से निगम नक्शा पर विचार नहीं करेगा. इसके लिए एक्सपर्ट आर्किटेक्ट निगम में शामिल होंगे.