उसे शुक्रवार की रात उसके घर से गिरफ्तार किया गया था. ग्रामीण एसपी ने बताया कि ओरमांझी में रामधन बेदिया के क्रशर और संजय कुमार के माइंस में 11 जुलाई की देर रात हमला और आगजनी की घटना का मास्टर माइंड अनिल बड़ाइक है. उसने खूंटी से पीएलएफआइ के दूसरे उग्रवादियों को बुला कर घटना को अंजाम दिलवाया था. घटना को अंजाम देने के पीछे संगठन के नाम पर लेवी वसूल कर इलाके में अपना वर्चस्व स्थापित करना था.
ग्रामीण एसपी के अनुसार अनिल बड़ाइक के खिलाफ सिकिदिरी के क्रशर व्यवसायी डब्ल्यू सिंह से रंगदारी मांगने और आर्म्स एक्ट में सिकिदिरी थाना में 19 दिसंबर 2016 को मामला दर्ज हुआ था. इस दौरान भी उस पर पीएलएफआइ संगठन में शामिल होने का आरोप लगा था. इस मामले में वह जेल से जमानत पर छूटा था. जेल से छूटने के बाद वह दोबारा संगठन में शामिल हो गया और तुलसी पाहन के निर्देश पर घटना को अंजाम देने लगा.