खूंटी: माओवादियों ने रविवार रात खूंटी के तिलमा गांव में स्थित सूर्योदय शिशु मंदिर स्कूल में हमला कर तिरला निवासी सामराय पाहन (45) की गोली मार कर हत्या कर दी. सामराय हेडमास्टर थे और स्कूल में ही रहते थे. उग्रवादियों व नक्सलियों के खिलाफ ग्रामीणों की ओर से गठित शांति सभा के सक्रिय सदस्य थे. माओवादियों ने हत्या करने के बाद स्कूल के ब्लैक बोर्ड में लिखा है कि शांति सभा के सरगनाओं को जन अदालत में पेश करें, सजा दें. शांति सभा
सजा-ए-मौत.माओवादियों ने सामराय पाहन की बाइक को भी आग के हवाले कर दिया है. सूचना मिलने के बाद सोमवार सुबह पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम केे लिए सदर अस्पताल भेजा.
स्कूल में ही सोते थे : सामराय पाहन घर से करीब आधा किमी दूर स्कूल में ही रहते थे. उनके परिवार के अन्य सदस्य पत्नी हीरामणी देवी, बच्चे, मां व भाई गांव में ही अपने पैतृक घर में रहते हैं. बताया जाता है कि रविवार रात को भोजन करने के बाद सामराय सोने की तैयारी में थे. इसी बीच तीन बाइक पर सवार होकर पांच हथियारबंद लोग वहां पहुंचे. सामराय को स्कूल से बाहर बुलाया. बाहर निकलते ही उन्हें सीने पर गोली मार दी. मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. हालांकि कुछ लोगों का दावा है कि हथियारबंद लोग पैदल ही पहुंचे थे. लोगों ने बताया कि उन्हें छह बार फायरिंग की आवाज सुनायी दी. घटना के करीब घंटे भर बाद गांव के लोग एकजुट होकर स्कूल पहुंचे, तो पाया कि सामराय पाहन की हत्या हो चुकी है.
हत्यारे को सजा देगी शांति सभा: सामराय की हत्या के बाद सोमवार को स्कूल परिसर में दर्जनों गांवों के लोग तीर-धनुष व तेजधार हथियार के साथ जमा हुए. ग्रामीणों ने बैठक कर निर्णय लिया गया कि वे हत्यारों को अपने स्तर से कड़ी सजा देंगे. शांति सभा के एक सदस्य ने बताया कि हत्यारों का सुराग मिल गया है. कई गांवों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. हत्यारों को सजा देकर ही दम लेंगे.