रांची: जेवीएम विधायक प्रदीप यादव के प्रति नरमी बरतने के आरोप में देवघर नगर थाना के दारोगा नंदलाल प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है. वहीं देवघर के सदर एसडीपीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है. संताल परगना प्रमंडल की डीआइजी प्रिया दुबे ने यह कार्रवाई की है. विधायक प्रदीप यादव समेत 18 लोगों के खिलाफ देवघर के नगर थाना में कांड संख्या-363/2010 दर्ज है.
देवघर के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी सुधीर कुमार मोदी के बयान पर 15 सितंबर 2010 को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. प्राथमिकी में विधायक समेत 18 लोगों पर गिरफ्तार अभियुक्त को भगाने में मदद करने और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने का आरोप है. फरवरी माह में पुलिस मुख्यालय मुख्यालय ने डीआइजी को मामले की समीक्षा कर रिपोर्ट देने को कहा था.
डीआइजी ने रिपोर्ट में कहा है कि मामले के चार नामजद अभियुक्त नागेश्वर सिंह, दिनेश मंडल, विपिन प्रसाद देव और बिंदु देनी ने अदालत में सरेंडर किया था. इसके बाद से चारों जमानत पर हैं. मामले का सुपरविजन सही ढंग से किया गया है. इसके बाद रिपोर्ट-दो में भी नामजद अभियुक्तों के खिलाफ मामला सही पाया गया है. 14 अभियुक्तों की गिरफ्तारी लंबित है. 14 में से एक अभियुक्त विधायक हैं, इसलिए अनुसंधानक द्वारा कार्रवाई में ढिलाई बरती गयी है, इसलिए अनुसंधानक को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही एसडीपीओ से यह पूछा गया है कि मामले के अनुसंधान और अभियुक्तों की गिरफ्तारी में ढिलाई क्यों बरती गयी.
इन आरोपियों की गिरफ्तारी लंबित
विधायक प्रदीप यादव, बलदेव दास, सदीम खान, मनिकांत यादव, गोविंद यादव, संजय दास, शंकर पासवान, प्रमोद विद्यार्थी, रणधीर सिंह, अलताफ हुसैन, प्रेम भारती, अमरकांत, अभयानंद झा व सुमित्र देवी.