रांची: कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री प्रो स्टीफन मरांडी झाविमो में शामिल होंगे. प्रो मरांडी ने कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया है और वह जल्द ही अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को सौंप देंगे. प्रो मरांडी तीन अप्रैल को दुमका में एक कार्यक्रम में अपने समर्थकों के साथ झाविमो का दामन थामेंगे. इधर शुक्रवार को प्रो मरांडी ने झाविमो नेता बाबूलाल मरांडी और प्रदीप यादव से मिले और झाविमो नेताओं के साथ आगे की रणनीति बनायी. प्रो मरांडी दुमका संसदीय चुनाव में झाविमो के पक्ष में प्रचार करेंगे.
इधर प्रभात खबर से बातचीत में प्रो मरांडी ने कांग्रेस पर जम कर हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य में अल्पमत और असंवैधानिक सरकार को समर्थन दे रही है. झामुमो को संताल परगना की सभी सीटें देकर यहां संगठन को रौंदने का काम किया गया है. बहुत मुश्किल और मेहनत से संगठन को यहां खड़ा किया था, लेकिन झामुमो के साथ गंठबंधन कर उसे खत्म कर दिया गया. प्रो मरांडी ने कहा कि मैंने झामुमो के साथ सरकार बनाये जाने का विरोध किया था, लेकिन मेरी नहीं सुनी गयी. भाजपा जैसी सांप्रदायिक पार्टी से सांठगांठ करने वाले झामुमो को कांग्रेस ने तोड़-फोड़ कर सरकार बना ली. सरकार से भी फायदा नहीं हुआ. हम कोई जनहित के काम नहीं कर सके. ददई दुबे जैसे लोग पार्टी छोड़ कर चले गये. इसके बाद भी कांग्रेस नहीं चेत रही है. इस असंवैधानिक सरकार को समर्थन दे रही है.
किसी ने नहीं सुनी : प्रो मरांडी ने कहा कि मैंने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पत्र लिख कर हालात बताये थे. पत्र में हमने लिखा कि किस तरह कांग्रेस अल्पमत और असंवैधानिक सरकार को चला रही है. मैंने राष्ट्रीय नेताओं को यह भी बताया कि किस तरह यहां सरकार में भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है. बालू घाट बेच दिये गये हैं. इसके साथ ही हमने आला कमान को संगठन के हालात भी बताये. लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी.
क्राइसिस मैनेजमेंट में जुड़े सुखदेव : कांग्रेस के प्रदेश सुखदेव भगत क्राइसिस मैनेजमेंट में जुट गये हैं. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार श्री भगत शनिवार को संताल दौरे पर निकल रहे हैं. वह कांग्रेस के नेताओं-पदाधिकारियों को मनाने में जुटेंगे. प्रदेश अध्यक्ष श्री भगत पार्टी के नाराज पदाधिकारियों को मनाने की कोशिश करेंगे.