वरीय संवाददाता, धनबाद .
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस (हाइपरटेंशन डे) के अवसर पर शुक्रवार को सदर अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. इसका उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने किया. जिला एनसीडी कोषांग की ओर से एक माह तक जागरूकता कार्यक्रम चलाया जायेगा. कार्यक्रम के दौरान लोगों को उच्च रक्तचाप, उनके प्रभाव एवं रोकथाम के बारे में जागरूक किया गया. एनसीडी सेल की जिला नोडल पदाधिकारी डॉ मंजु दास ने बताया कि उच्च रक्तचाप हृदय रोग और स्ट्रोक का मुख्य कारण है. यह हृदय संबंधी बीमारियों से मृत्यु का भी प्रमुख कारण है. इस वर्ष जागरूकता कार्यक्रम की थीम ””अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें!”” है. डॉ राजीव कुमार ने बताया कि अस्वस्थ व गतिहीन जीवनशैली एवं गलत खानपान उच्च रक्तचाप के मरीजों की बढ़ती संख्या का कारण है. नियमित शारीरिक गतिविधि, स्वस्थ भोजन और तनाव प्रबंधन से इसकी रोकथाम की जा सकती है. जीवनशैली में थोड़ा बदलाव लाकर एवं 30 वर्ष की उम्र के बाद नियमित स्वास्थ्य जांच कराकर उच्च रक्तचाप की निगरानी करते हुए अपने हृदय को स्वस्थ एवं सुरक्षित रख सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है