महनार : कोई भी आदमी मरने के पूर्व भगवान एवं मां-बाप का नाम रटता है, जबकि महनार के वार्ड 11 निवासी शंभु पटेल मरने के पूर्व दारू-दारू की रट लगा रहा था. दारू के बिना अचानक स्वास्थ्य खराब होने पर परिजन हाजीपुर सदर अस्पताल ले गये, जहां पर उसकी मौत हो गयी. शंभु पटेल की पत्नी सुशीला देवी, पुत्र पिंटू कुमार, पुत्रवधू रूपम देवी बताती हैं कि शंभु पटेल काफी समय से दारू पीता था, जिसके कारण उसकी तबीयत कई बार खराब हुई.
किंतु जब से सरकार ने दारू बंद किया, तब से वे काफी बेचैन रहा करते थे और दिनों दिन उनका स्वास्थ्य खराब होता गया. वे लोग काफी गरीब हैं, क्योंकि शंभु अपने पूरी जीवन की कमाई दारू पर लुटाता रहा था. इसके कारण परिजन सही ढंग से उसकी इलाज नहीं करा पाये और उसकी मौत हो गयी. मुहल्ले के लोगों में संजीव कुमार सुजीत कुमार, मुकेश कुमार, राजीव कुमार, नरसिंह सेठ आदि ने बताया कि शंभु के जीवन में सबसे प्रिय वस्तु दारू ही थी.