लालगंज सदर : पिछले दिनों लालगंज में घटी हिंसा की घटना में पुलिस की गोली से घायल पीएमसीएच में भरती अगरपुर निवासी दीपा महतो का पुत्र विकास कुमार का स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. वही सरकार द्वारा घोषित सरकारी खर्च पर इलाज की घोषणा हवा-हवाई साबित हो रही है.
साथ ही साथ घटना स्थल का दौरा कर पीडि़त परिवार से मिलने वाले स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान एवं जन अधिकारी पार्टी के संरक्षक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव एवं अन्य नेताओं द्वारा विकास के इलाज में सहायता का वादा फीसड्डी साबित हो रही है. घटना के बाद शुक्रवार की देर शाम अस्पताल से घर लौट विकास के पिता दीपा महतो ने बताया कि उनके पुत्र का इलाज सरकारी घोषणा के अनुरूप नहीं किया जा रहा है.
वहीं सरकारी पक्ष या विपक्ष के नेताओं द्वारा हमें कोई सहायता नहीं मिली है. हमें अस्पताल में सुविधा वहीं मिल रही जो वहां भरती अन्य रोगियों को मिलती है. दीपा महतो ने बताया कि आवश्यक दवाएं मुझे बाहर से खरीदनी पड़ रही है. जिससे हमारी स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. श्री महतो अपना दुखद पक्ष रखते हुए कहा कि मैंने अपना घर 50 हजार रुपये में गिरवी रखा है. जिससे अपने पुत्र का इलाज करा सकें. श्री महतो का कहना है कि अब तो घर में भुखमरी की स्थिति बनती जा रही है. जीविका चलाने के लिए मैं ठेला चलाता था जो आज कल ठेला भी घर पर खड़ा रहता है.
चिकित्सा में हो रहे लापरवाही से स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है. इस स्थिति में इलाज में बरते जा रहे कोताही पर स्थानीय जहानाबाद निवासी गणेश राय ने शुक्रवार की रात जिलाधिकारी रचना पाटील से टेलीफोन पर बात कर सभी स्थितियों से अवगत कराया था. इस पर जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन वैशाली से बात कर चिकित्सा सेवा ठीक उपलब्ध कराने की बात कही थी.
हालांकि दीपा महतो के अनुसार शनिवार की शाम तक चिकित्सा सेवा में किसी भी सुधार से इंकार किया गया है. इस प्रकार के सरकारी रवैये से क्षेत्र में व्यापक रोष व्याप्त है. स्थानीय लोगों का कहना है कि विकास के साथ अगर किसी भी प्रकार के कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए सरकार सीधे-सीधे जिम्मेवार होगी और तब सरकार को जनता का आक्रोश का सामना करना पड़ेगा.