हाजीपुर : स्वतंत्रता सेनानी एवं बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके दीप नारायण सिंह की 121 वीं जयंती मनायी गयी. जयंती समारोह का आयोजन शहर के ऐतिहासिक गांधी आश्रम स्थित दीप नारायण सिंह संग्रहालय में हुआ.अध्यक्षता संतोष कुमार सिंह ने की. गणितज्ञ नीलमणि ने संचालन किया. स्व दीप बाबू के चित्र पर माल्यार्पण के बाद वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला.
विषय प्रवेश कराते हुए रजत कुमार ने सार्वजनिक जीवन जीने वाले लोगों को दीप बाबू के आदर्शों को अपनाने की आवश्यकता बतायी. संग्रहालय के अध्यक्ष डॉ एसपी चुन्नी ने कहा कि दीप बाबू ने सामाजिक चेतना की मशाल जलायी थी. रवींद्र कुमार सिंह ने दीप बाबू को सादगी और सच्चाई की प्रतिमूर्ति बताया. मौके पर प्रो श्याम किशोर सिंह, सिद्धेश्वर कुमार अनल, राजा बाबू, कमल राय, अधिवक्ता रवि भूषण, परमेंद्र कुमार सिंह, प्रमोद सहनी आदि ने विचार प्रकट किये.
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में कवि गोष्ठी हुई. अध्यक्षता साहित्यकार उमाशंकर उपेक्षित और संचालन मेदिनी कुमार मेनन ने किया. शायर मजहर वस्तवी की गजल जबां हिंदू नहीं होती, जबां मुसलिम नहीं होती, जो प्यारी बात होती है, तो दुनिया मान लेती है, से गोष्ठी का आगाज हुआ. कवि हरिविलास राय, मो एनएन सरस्वती, रवींद्र कुमार रतन, कौशल किशोर, अलका कुमारी, डॉ प्रतिभा कुमारी, अमर कुमार सिंह, नारायण प्रसाद मालवीय आदि कवियों ने काव्य पाठ किये.