सोनपुर : विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लाखों श्रद्धालु यहां पहुंच गये हैं. गंगा एवं गंडक स्नान के लिए एवं बाबा हरिहरनाथ पर जलाभिषेक करने के लिए हरिहर क्षेत्र मेला घूमनेवालों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इसके लिए जिला प्रशासन एवं मंदिर न्यास समिति ने पूरी तैयारी कर रखी है.
प्रशासन की ओर से घाटों पर प्रयाप्त रोशनी, बैरिकेडिंग एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस के जवान लगाये गये हैं. वहीं, पीएचइडी की ओर से जगह-जगह पर कपड़ा बदलने के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था की गयी है. जिला प्रशासन की ओर से घाटों पर टावर बना कर स्नानार्थियों की देखभाल की जायेगी.
एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीमें मोटरबोट के साथ ही निगरानी करेंगी. मंदिर न्यास समिति के सचिव विजय कुमार सिंह लल्ला ने बताया कि लगभग 15 लाख लोगों के मेले में पहुंचने का अनुमान है. जिनके लिए मंदिर न्यास समिति भी अपनी ओर से विशेष व्यवस्था करने के साथ-साथ पूरी नजर रखे हुए है कि बाबा हरिहर नाथ पर जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं को जलाभिषेक करने में कोई असुविधा न हो. पूरा मंदिर परिसर सीसी टीवी कैमरे के नजर में रहेगा.
वहीं हरिहरनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सुशीलचंद्र शास्त्री ने बताया कि रात्रि 12.40 बजे बाबा हरिहर नाथ के प्रतीक आवरण को नारायणी नदी में स्नान कराने के पश्चात पुन: मंदिर के गर्भगृह पहुंचकर पूरे विधि-विधान के साथ रुद्राभिषेक करने के बाद आमलोगों को जलाभिषेक के लिए बाबा हरिहरनाथ का पट खुल जायेगा. पूर्णिमा के दिन जलाभिषेक करने से लोगों के सारे पाप धुल जाते हैं एवं श्रद्धालु सच्चे मन से जो मांगते हैं, वह पूरा होता है. हरिहर क्षेत्र तपोभूमि के रूप में जाना जाता है. हरि और हर का यह क्षेत्र है. इसे कामना पूर्ण क्षेत्र भी कहते हैं.