बिहार में नौकरी की तलाश कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है. राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों व सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए खाली पदों पर जल्द ही बहाली की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. इसके लिए विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग ने तैयारी कर ली है.
बीपीएससी को भेजी गयी है अधियाचना
विभाग ने सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 2222 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग को भेजी है. इसमें प्राचार्य के 32, प्राध्यापक के 168 पद, सह प्राध्यापक के 429 पद एवं सहायक प्राध्यापक के 1593 पद शामिल हैं. इन 2222 पदों के लिए बीपीएससी को अनुशंसा भेजी गयी है.
790 पदों में से 515 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया हो गयी है पूरी
इससे पहले विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग ने बीपीएससी को कुछ सीटों के लिए अनुशंसा भेजी थी. 790 पदों पर नियुक्ति के लिए बीपीएससी की अनुशंसा मिल चुकी है. बीपीएससी की ओर से 515 पदों पर नियुक्ति की जा चुकी है. बाकी अन्य अधियाचित पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है. बीपीएससी ने कहा कि कुछ सीटों पर बहाली प्रक्रियाधीन है.
790 पदों पर नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा हो चुकी
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में पूर्व से कुल 337 सीटों पर नियुक्ति के लिए बीपीएससी को भेजी जा चुकी है, जिसमें प्राचार्य के 25 एवं विभागाध्यक्ष (यांत्रिकी अभियंत्रण) के कुल 35 अधियाचित पदों पर नियुक्ति के लिए बीपीएससी द्वारा साक्षात्कार की प्रक्रिया संपन्न कर ली गयी है. वहीं, व्याख्याता के कुल 790 पदों पर नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा हो चुकी है. शेष अधियाचित पदों पर नियुक्ति के लिए कार्रवाई प्रक्रियाधीन है.
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सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में 441 नियमित शिक्षक कार्यरत हैं
वहीं, सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में पूर्व से कुल 441 नियमित शिक्षक कार्यरत हैं. इसके अनुसार राज्य के 38 जिलों के लिए 38 इंजीनियरिंग और 46 पॉलिटेक्निक कॉलेज संचालित हैं. इनमें से सहायक प्राध्यापक पर नियुक्ति वाले लोगों को इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेज भी आवंटित हो सकेगा.