सुपौल : पब्लिक विजिलेंस कमेटी के तत्वावधान में रविवार को जिला मुख्यालय स्थित व्यापार संघ भवन में आइसीडीएस के डीपीओ रमेश कुमार ओझा से प्रताडि़त और भयादोहन की शिकार आंगनबाड़ी केंद्र एवं अल्पावास गृह से जुड़े रहे पीडि़तों की बैठक हुई. अध्यक्षता कमेटी के सचिव अनिल कुमार सिंह ने की. बैठक में डीपीओ श्री ओझा के खिलाफ सड़क से लेकर न्यायालय तक लड़ाई लड़ने का शंखनाद किया गया.
बैठक में चयनमुक्त सेविका एवं सहायिका तथा अन्य परियोजना कर्मियों ने साक्ष्य सहित बताया कि श्री ओझा द्वारा नियमावली एवं निर्देश की अनदेखी की जाती है और चयन से लेकर चयनमुक्त करने तक में मनमानी बरती जाती है. आरोप लगाया कि अवैध वसूली के लिए श्री ओझा की ओर से पूरे जिले में बिचौलिये मौजूद हैं. बैठक में यह बात भी सामने आयी कि श्री ओझा के आदेशों के कारण अधिकांश गांवों मे सामाजिक माहौल बिगड़ गया है और तनाव की स्थिति बनी हुई है.
श्री सिंह ने बैठक के बाद बताया कि कमेटी श्री ओझा के कार्यकाल की निगरानी जांच की मांग करती है. साथ ही दलित महिला अधिकारी धमकी मामले में श्री ओझा के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने की भी मांग करती है. बैठक में निर्णय लिया गया है कि श्री ओझा के क्रियाकलाप से संबंधित साक्ष्य समेत एक पुस्तिका का प्रकाशन किया जायेगा, ताकि आम लोग भी उनकी कार गुजारियों से अवगत हो सके.
बैठक में वैजयंती माला, कुमारी कंचन माला, निशा कुमारी, रूपा कुमारी, शोभिता कुमारी, कविता देवी, मीरा कुमारी, शवाना खातून, सुमन कुमारी, बबीता कुमारी, वीणा कुमारी, ममता कुमारी, मीरा सिन्हा, रंधीर कुमार आदि उपस्थित थे.