पटना. राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में स्नातकोत्तर ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें नवागंतुक पीजी के छात्र-छात्राओं ने कॉलेज के अध्यापकों से संवाद किया. अध्यापकों के साथ विद्यार्थियों में मन में उनके पेशे को लेकर उठने वाले सवालों और जिज्ञासाओं पर खुलकर बात हुई. साथ ही मूत्र रोग में आयुर्वेद की उपयोगिता और असीम संभावनाओं के बारे में भी बताया गया.
कार्यक्रम में जाने-माने यूरोलॉजिस्ट एडवांस लेप्रोस्कॉपी ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर कुमार राजेश रंजन ने कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएट कर रहे छात्र- छात्राओं को मूत्र रोग में आयुर्वेद की उपयोगिता के साथ-साथ समाज में एक चिकित्सक के महत्व और उसके कर्तव्यों के बारे में बताया. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता उन्हीं को मिलती है, जिनके जीवन का एक लक्ष्य होता है और जो अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार होते हैं. जो अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्प लेते हैं, वे एक दिन कामयाब जरूर होते हैं. कामयाब होना कोई असंभव चीज नहीं है. हम तब तक नहीं हारते, जब तक हम कोशिश करना नहीं छोड़ते.
यूरोलॉजिस्ट एडवांस लेप्रोस्कॉपी ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर कुमार राजेश रंजन ने कहा कि आपके व्यक्तित्व में सच्चाई होना जरूरी है. दूसरों के प्रति ईमानदारी रखें और अपने लक्ष्य के प्रति भी. शिखर तक पहुंचने का कोई शॉर्टकट नहीं होता. आपको उन मौकों को तलाशना होगा, जो हमेशा आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं. कार्यक्रम में डॉक्टर कुमार राजेश रंजन को प्रतीक चिन्ह, शॉल एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में पीजी के छात्र-छात्राएं, चिकित्सक और शिक्षक शामिल रहे.