चिकित्सकों को सुबह 4 से 6 बजे के बीच बनानी है हाजिरी
समाहरणालय सभाकक्ष में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के कामकाज की समीक्षा हुई. बैठक में सभी प्रखंडों में एईएस एवं जेई बीमारी के नियंत्रण के लिए क्या करें, क्या न करें से संबंधित व्यापक प्रचार प्रसार कराने का निदेश दिया गया.
सीवान. समाहरणालय सभाकक्ष में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के कामकाज की समीक्षा हुई. बैठक में सभी प्रखंडों में एईएस एवं जेई बीमारी के नियंत्रण के लिए क्या करें, क्या न करें से संबंधित व्यापक प्रचार प्रसार कराने का निदेश दिया गया. इस काम में शिक्षा, समेकित बाल विकास परियोजना, जीविका एवं अन्य के जिला एवं प्रखण्ड स्तरीय प्रतिनिधि अपनी-अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे.सभी स्वास्थ्य संस्थानों में रोस्टर के अनुसार चिकित्सक की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा दर्पण ऐप के माध्यम से सुबह 04:00 से 06:00 के बीच अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज कराने का निदेश दिया गया.सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में संस्थागत प्रसव के उपलब्धि में सुधार करने की बात कही गई. एफआरयू के रूप में चिन्हित संस्थानों बड़हरिया, सिसवन, मैरवां, रघुनाथपुर एवं अनुमंडल अस्पताल महाराजगंज में शल्य विधि के द्वारा प्रसव की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. सभी प्रखंडों में सर्वे रजिस्टर एवं ड्यु लिस्ट को अद्यतन कराते हुए प्रतिरक्षण हेतु निर्धारित लक्ष्य के आलोक में शत्-प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. सभी प्रखंडों से बीमार नवजात को बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भेजने के लिए निर्देशित किया गया.अस्पताल आने वाले सभी मरीजों को ससमय चिकित्सकीय सुविधा, आवश्यक पैथोलॉजिकल जांच की सुविधा एवं अस्पताल में उपलब्ध दवा का वितरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया.बैठक में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, संचारी रोग पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार, गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ ओपी लाल,अधीक्षक सदर अस्पताल डॉ अनिल कुमार सिंह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक विशाल कुमार सिंह, सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, सामुदायिक उत्प्रेरक एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहें.
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