दरौदा : 24 मार्च से 16 सूत्री मांग को लेकर चल रहे आंगनबाड़ी सेविकाओं के हड़ताल से पठन-पाठन ठप हो गया है. प्रतिदिन बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र का चक्कर लगाकर बंद होने के चलते घर लौट जा रहे हैं. प्रखंड के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला लटक गया है. आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं हड़ताल पर हैं. आंदोलन के तहत 10 अप्रैल को जेल भरो अभियान भी चलाया था.
आंदोलन सरकारी कर्मी का दर्जा देने की मांग को लेकर किया जा रहा है. जब तक सरकारी सेवक का दर्जा नहीं मिल जाता है तब तक हड़ताल जारी रहेगा. सेविका का 18000 रुपये व सहायिका को 10000 प्रतिमाह मानदेय देने की मांग कर रही है. पांच दिनों तक प्रखंड मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद 3 से 7 अप्रैल तक जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया.
जेल भरो आंदोलन के लिए संघ ने डीएम को पत्र देकर जेल भरो अभियान भी चलाया. मांगों में गोवा व तेलंगना की भांति सेविका को 7000 व सहायिका को साढ़े चार हजार अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने की मांग भी की. स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधा व राष्ट्रीय बीमा सुविधा भी उपलब्ध कराने की मांग शामिल है. सेविकाओं ने कहा कि जब तक हम लोगों की मांग पूरी नहीं होगी. तब तक हड़ताल जारी रहेगी.