19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिजली की अघोषित कटौती से उपभोक्ता परेशान

सीवान : बिजली की अघोषित कटौती से उपभोक्ताओं के सामने परेशानी की लकीर खींच गयी हैं. यह समस्या अब शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक आम हो चली है. बिजली की इस अघोषित कटौती से सरकार के उस दावे की हवा निकल गयी है, जिसमें उसने शहरी क्षेत्रों में 22 से 24 घंटा तथा […]

सीवान : बिजली की अघोषित कटौती से उपभोक्ताओं के सामने परेशानी की लकीर खींच गयी हैं. यह समस्या अब शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक आम हो चली है.

बिजली की इस अघोषित कटौती से सरकार के उस दावे की हवा निकल गयी है, जिसमें उसने शहरी
क्षेत्रों में 22 से 24 घंटा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 10 से 12 घंटा देने की बात कही थी.
सरकार ने बिजली में सुधार के लिए यह भी एलान किया था कि जिस क्षेत्र से जितनी अधिक बिजली बिल की वसूली होगी, उस क्षेत्र को उतना ही अधिक बिजली की आपूर्ति की जायेगी. सरकार के इस निर्देश के बाद बिजली बिल की वसूली में सुधार भी हुआ, बावजूद इसके उपभोक्ताओं काे इसका सही लाभ नहीं मिल रहा है.
विगत एक सप्ताह की बात की जाये, तो शहर के कई हिस्से में बिजली की कटौती से उपभोक्ता परेशान हैं. ऊमस भरी गरमी के बीच बिजली की कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. महादेवा नयी बस्ती में शनिवार की रात्रि तीन से चार घंटा ही बिजली की आपूर्ति रही. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाये, तो मैरवा सब स्टेशन के अधीन तीतरा फीडर को नहीं के बराबर रात्रि में बिजली मिल रही है. दिन की बात की जाये, तो बमुश्किल ही तीन से चार घंटा बिजली मिल रही है.
बिजली की हो रही कम आपूर्ति: जिले को 80 से 85 मेगावाट बिजली की जरूरत है. वर्तमान में उपभोक्ताओं की संख्या 2.35 लाख से अधिक हो गयी है. इधर, अघोषित बिजली कटौती के संबंध में ग्रिड के सहायक विद्युत अभियंता शशांक भूषण ने बताया कि जिले को कम बिजली की आपूर्ति होने से यह समस्या उत्पन्न हुई है. श्री भूषण ने बताया कि 27 अगस्त को जिले को 40 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई थी.
वहीं, 28 अगस्त की सुबह आठ बजे से दोपहर 3.15 बजे तक मात्र 30 मेगावाट ही बिजली की आपूर्ति जिला को हुई. इसके बाद 50 मेगावाट बिजली की आपूर्ति होने से शहर के कुछ क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति सुगम हो सकी. सहायक विद्युत अभियंता श्री भूषण ने बताया कि जिले को गोपालगंज ग्रिड से बिजली की आपूर्ति होती है. वहीं, जिलावार बिजली की आपूर्ति का निर्धारण स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर, पटना द्वारा किया जाता है.
सरकार के दावे पर नहीं हो रहा अमल

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें