सीवान : डीइओ ने डीपीओ स्थापना से स्पष्टीकरण पूछा है. मामला विभाग द्वारा एक संस्थान को अमान्य घोषित किये जाने के बावजूद संचिका को वर्ष 2014 से दबा कर रखने का है. विभाग द्वारा पूर्व में भारतीय शिक्षा परिषद, लखनऊ को अमान्य संस्थान घोषित किया गया है. इधर, संस्थान को अमान्य घोषित किये जाने के बावजूद इससे प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों के खिलाफ कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की गयी.
साथ ही शिक्षकों के वेतन का भुगतान भी किया जाता रहा है. विभाग के पत्र देने के बावजूद स्थापना द्वारा वर्ष 2014 से संबंधित फाइल को कार्यालय में दबा कर रखा गया है. इसी मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ प्रसाद विश्वकर्मा ने डीपीओ स्थापना से स्पष्टीकरण पूछा है. इधर, डीपीओ ने मामले में पत्र प्राप्त होने से इनकार किया है.