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अगले साल सुधरेगी बिजली की दशा!

अगले साल सुधरेगी बिजली की दशा! सराहनीय. जिले को तीन भागों में विभाजित कर बिजली की आपूर्ति की है योजना, बनेंगे दो अतिरिक्त ग्रिडमलमलिया में चल रहा ग्रिड निर्माण, दूसरे स्वीकृत ग्रिड के लिए विभाग को जमीन की तलाशएकमात्र ग्रिड से दो लाख से अधिक उपभोक्ताओं को की जा रही है बिजली की आपूर्ति इस […]

अगले साल सुधरेगी बिजली की दशा! सराहनीय. जिले को तीन भागों में विभाजित कर बिजली की आपूर्ति की है योजना, बनेंगे दो अतिरिक्त ग्रिडमलमलिया में चल रहा ग्रिड निर्माण, दूसरे स्वीकृत ग्रिड के लिए विभाग को जमीन की तलाशएकमात्र ग्रिड से दो लाख से अधिक उपभोक्ताओं को की जा रही है बिजली की आपूर्ति इस साल नहीं है बहुत बेहतर बिजली की आपूर्ति की उम्मीदपेज तीन का लीडफोटो-07-विद्युत ग्रिडजिले में बिजली सप्लाइ की स्थिति शीघ्र सुधरने की कोई उम्मीद अभी नहीं दिख रही है. विद्युत आपूर्ति की लचर स्थिति को देख कर बिजली विभाग ने दो अतिरिक्त ग्रिडों के निर्माण के लिए स्वीकृति दी थी. इससे लोगों में हर्ष का माहौल कायम हो गया था. पर, उन्हें जिले में बिजली की आपूर्ति सही ढंग से होने के लिए कम-से-कम एक साल और इंतजार करना होगा. संवाददाता 4 सीवानपिछले तीन-चार दिनों से तापमान में अचानक हो रही वृद्धि से लोग चिंतित हो गये हैं. ऐसे में उन्हें बिजली ही एकमात्र राहत का साधन दिख रही है. लेकिन, जिले में बिजली आपूर्ति में सुधार की उम्मीद लगाये उपभोक्ताओं के लिए यह बहुत अच्छी खबर रही है. बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए कम-से-कम और एक वर्ष का इंतजार करना होगा. अब तक एक ग्रिड के भरोसे जिले को हो रही बिजली आपूर्ति को देखते हुए शासन ने दो अतिरिक्त ग्रिडों के निर्माण को स्वीकृति दी है. इनमें से एक को बनाने का कार्य शुरू हो गया है, तो दूसरे ग्रिड के लिए जमीन की तलाश है.सीवान ग्रिड के सहारे होती है बिजली की आपूर्तिबिजली विभाग के मौजूदा इंतजाम के मुताबिक, जिले को बिजली की आपूर्ति के लिए शहर के तरवारा रोड पर एकमात्र ग्रिड मौजूद है. इसकी क्षमता 70 एमवीए है. इससे तकरीबन दो लाख से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति की जाती है. जिले को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति के लिए तकरीबन 120 एमवीए ग्रिड की क्षमता होनी चाहिए. ऐसे में बिजली आपूर्ति में सुधार की उम्मीद लगाये बैठे लोगों को और अधिक संसाधनों का इंतजार है.एक वर्ष पूर्व दो ग्रिडों के लिए मिली थी स्वीकृतिविद्युत आपूर्ति में सुधार के लिए एक वर्ष पूर्व शासन ने दो ग्रिडों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की थी. राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत बननेवाले ग्रिडों की क्षमता 50-50 एमवीए की है. इसमें से मलमलिया में ग्रिड के लिए जमीन आवंटन के बाद पिछले दो माह से निर्माण चल रहा है. इसके वर्ष 2017 की शुरुआत में पूरा हो जाने की उम्मीद है. दूसरी तरफ, दरौली प्रखंड में एक और ग्रिड के निर्माण के लिए अभी जमीन की तलाश की जा रही है. इसके मिलने के बाद कार्य प्रारंभ हो जायेगा.दोनों ग्रिडों के चालू हो जाने पर एक साथ होगी 100 एमवीए आपूर्तिजिले को 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए तकरीबन 80 मेगावाट बिजली की एक साथ आपूर्ति की जरूरत है. इसे देखते हुए शासन ने दोनों ग्रिडों के निर्माण को एक वर्ष पूर्व स्वीकृति दी थी. इसके चालू हो जाने पर दोनों ग्रिड एक साथ 100 एमवीए बिजली की आपूर्ति कर सकेंगे. हाल यह है कि अभी जिले को 50 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है. इसके कारण मांग के अनुसार आपूर्ति में ग्रिड की कमी ही बाधक बनी हुई है. अगले वर्ष एक अतिरिक्त ग्रिड चालू होने पर विद्युत आपूर्ति में सुधार हो सकेगी. साथ ही दरौली प्रखंड में प्रस्तावित ग्रिड के बन जाने पर बिजली संकट समाप्त हो जायेगा.मलमलिया ग्रिड करेगा पांच सब स्टेशनों को आपूर्तिबसंतपुर प्रखंड के मलमलिया में निर्माणाधीन ग्रिड के चालू हो जाने पर ये जिले के पांच सब स्टेशनों को बिजली की आपूर्ति की जायेगी. इनमें लकड़ी नबीगंज, बसंतपुर, महाराजगंज, दरौंदा, गोरेयाकोठी सब स्टेशन शामिल हैं. दरौली में प्रस्तावित ग्रिड से दरौली, मैरवा, गुठनी, रघुनाथपुर, हसनपुरा व आंदर सब स्टेशनों को बिजली की आपूर्ति की जायेगी.10 और सब स्टेशनों का चल रहा निर्माणजिले में एक नगर क्षेत्र के अलावा तीन उपनगरों व 293 पंचायतों को बिजली आपूर्ति के लिए मौजूदा समय में 10 सब स्टेशन हैं. उपभोक्ताओं की लगातार बढ़ती संख्या के अनुपात में संसाधनों का विस्तार नहीं होने से आपूर्ति बाधित होती है. इसे देखते हुए अतिरिक्त दस सब स्टेशनों का जिले में निर्माण चल रहा है. निर्माण कार्य अंतिम चरणों में है. इनके चालू हो जाने पर आपूर्ति में व्यापक सुधार होने की उम्मीद है.क्या कहते हैं अधिकारीजिले को तीन भागों में विभाजित कर बिजली की आपूर्ति की योजना है. इसे देखते हुए अतिरिक्त दो ग्रिडों के निर्माण की स्वीकृति शासन ने दी है. इनमें मलमलिया ग्रिड एक वर्ष में चालू हो जायेगा. दरौली प्रखंड क्षेत्र में जमीन के अभाव में निर्माण नहीं शुरू हो पाया है. ग्रिड निर्माण के लिए जमीन की तलाश जारी है.मो. अरमानसहायक विद्युत अभियंता, परियोजना

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