सीतामढ़ी : बिहार के सीतामढ़ी में केंद्रीय विद्यालय जवाहरनगर सुतिहारा में सीनियर छात्रों की दबंगई व स्कूल प्रशासन की लापरवाही का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसमें स्कूल के छात्रावास में चोरी के आरोप में सीनियर छात्रों ने पहले एक 11 वर्षीय मासूम को कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा, वहीं बच्चे की पिटायी का वीडियो भी तैयार किया. स्कूल प्रशासन ने बगैर अभिभावक को सूचना दिये बच्चे का इलाज कराया, वहीं घटना की जानकारी अभिभावक को देने से बच्चे को रोका.
घटना के दस दिन बाद अभिभावक को स्कूल बुला स्कूल प्रशासन ने बच्चे को छात्रावास से निष्कासित कर दिया. घटना की बाबत पीड़ित रोहित कुमार ठाकुर के पिता बैंक मित्र संतोष कुमार ठाकुर ने परिहार थाने में आवेदन दिया है, जिसमें स्कूल के उज्ज्वल मणि, जय कुमार व मुरारी कुमारी के अलावा स्कूल के छात्रावास अधीक्षक माधव झा को आरोपित किया है. वहीं डीएम-एसपी से मिल कर इंसाफ मांगा है. एसपी के आदेश पर सोमवार की शाम परिहार पुलिस ने स्कूल पहुंच कर मामले की जांच की.
क्या है मामला
बाजपट्टी प्रखंड के महमदपुर निवासी व उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में बैंक मित्र के पद पर तैनात संतोष कुमार ठाकुर के अनुसार उन्होंने अपने पुत्र रोहित कुमार ठाकुर का चार साल पूर्व केंद्रीय विद्यालय जवाहरनगर सुतिहारा में दूसरी कक्षा में दाखिला दिलाया था. तब से रोहित केंद्रीय विद्यालय के छात्रावास में रह कर पढ़ाई कर रहा है. वर्तमान में वह छठी कक्षा का छात्र है. 25 जनवरी को स्कूल के छात्रावास में रह रहे सीनियर वर्ग के छात्रों ने चोरी का आरोप लगा हॉस्टल के ब्लाॅक ए के तीन नंबर कमरे में रोहित को बंद कर बेरहमी से पीटा.
वीडियो भी बनाया
साथ ही पिटायी का वीडियो भी बनाया. वीडियो में उससे जबरन चोरी की बात स्वीकार करायी. मौके पर पहुंचे छात्रावास अधीक्षक माधव झा ने रोहित को बचाया, वहीं एक निजी चिकित्सक को बुला उसका इलाज कराया. लेकिन रोहित के अभिभावक को इस घटना से अनजान रखा. साथ ही रोहित को कुछ भी नहीं बताने के लिये धमकाया. इसी बीच घटना के 11 दिन बाद स्कूल प्रशासन द्वारा रोहित के पिता को कॉल कर स्कूल बुलवाया गया. पांच फरवरी को स्कूल पहुंचने के बाद स्कूल प्रशासन ने रोहित को चोरी के आरोप में निष्कासित करने की जानकारी देते हुए उसे पिता के हवाले कर दिया. इस दौरान रोहित ने अपने माता-पिता को पूरे घटना की जानकारी दी. साथ ही शरीर पर पिटायी के निशान दिखाये.
विरोध जताया तो मिली धमकी
घटना की बाबत जब संतोष कुमार ठाकुर ने छात्रावास अधीक्षक के समक्ष विरोध जताया तो उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि जहां जाना है जाओं. इसके बाद संतोष कुमार ठाकुर परिहार थाने में अरजी देकर न्याय की गुहार लगायी. साथ ही सोमवार को बच्चे के साथ डीएम-एसपी से मिलकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए इंसाफ मांगा. एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए परिहार पुलिस को मामले की जांच का आदेश दिया है.